नई दिल्ली
कल तक रोहित शर्मा जब टीम को लगातार मैच जीता रहे थे तो हर जगह उनकी वाह-वाही हो रही थी। वर्ल्ड कप 2021 के बाद रोहित शर्मा लिमिटेड ओवर क्रिकेट के फूल टाइम कप्तान बने, वहीं टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी उन्हें साउथ अफ्रीका दौरे के बाद मिली। टी20 सीरीज में जब रोहित ने शुरुआती दो मुकाबले जीते थे तो उनकी विनिंग स्ट्रीक 19 की थी, हर कोई उम्मीद कर रहा था कि वह रिकि पोंटिंग की लगातार 20 जीत के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। मगर वह इससे चूक गए और भारत को आखिरी टी20 में हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद टीम इंडिया को सफेद गेंद क्रिकेट में दूसरी हार लॉर्ड्स के मैदान पर मिली। यहां मेजबानों ने भारत को 100 रनों के बड़े अंतर से धूल चटाई। ऐसा नहीं था कि इंग्लैंड ने बोर्ड पर एक विशाल लक्ष्य टांगा हो और टीम इंडिया बेजोड़ कोशिश के बाद भी उसे हासिल करने में नाकाम रही हो। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 246 रन बनाए थे जो मॉर्डन डे क्रिकेट में आसान सा लक्ष्य माना जाता है, मगर इस स्कोर के सामने पूरी भारतीय टीम 146 रनों पर ही ढेर हो गई।
रोहित शर्मा का बतौर कप्तान यह 15वां वनडे मुकाबला था, विराट कोहली जब अपनी कप्तानी के दौरान जब रेस्ट पर होते थे तो कई बार रोहित ने टीम इंडिया की कमान संभाली है। रोहित के वनडे कप्तानी के छोटे से करियर में यह तीसरी बार हुआ है जब टीम इंडिया 150 रन के अंदर सिमटी है। वहीं बात कोहली की करें तो उन्होंने 95 वनडे मैचों में टीम इंडिया की अगुवाई की है और एक भी बार टीम 150 के अंदर ऑलआउट नहीं हुई है। रोहित की कप्तानी में सबसे पहले टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ 2017 में 113 रनों पर सिमटी थी, इसके बाद न्यूजीलैंड ने 2019 में भारत को मात्र 92 रनों पर ऑलआउट किया था। इसके बाद अब लॉर्ड्स में इग्लैंड ने इस कारनामे को दोहराया है।
पहले वनडे में जिस तरह जसप्रीत बुमराह ने इंग्लिश बल्लेबाजी को समेटा था उसी अंदाज में लॉर्ड्स वनडे में रीस टोपली ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को धराशायी किया है। टोपनी ने कुल 6 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया जिसमें कप्तान रोहित शर्मा का बड़ा विकेट भी शामिल है। इंग्लैंड के लिए वनडे क्रिकेट में किसी भी गेंदबाज द्वारा यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टोपली ने यह 6 विकेट मात्र 24 रन खर्च कर लिए।