नई दिल्ली
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच एंटीगुआ के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेला गया तीन मैच की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुए। इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के सामने आखिरी दिन 286 रनों का लक्ष्य रखा था। इंग्लैंड के पास विंडीज को ऑलआउट कर मैच जीतने के लिए 71 ओवर थे, मगर नक्रमाह बोनेर के शानदार डिफेंस के आगे इंग्लैंड के गेंदबाजों की एक ना चली और मैच ड्रॉ हुआ। सीरीज का दूसरा मुकाबला बारबाडोस में 16 मार्च से खेला जाएगा। पांचवे दिन इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत 217/1 से की। दिन की शुरुआत में मेहमान टीम के पास 153 रनों की बढ़त थी। जैक क्रॉली अपना शतक पूरा कर चुके थे, वहीं पांचवे दिन कप्तान जो रूट ने भी अपना 24वां टेस्ट शतक पूरा कर हार को टाल दिया। इंग्लिश टीम ने अपनी दूसरी पारी 349 रनों पर घोषित कर दी। जैक क्रॉली ने 121 और जो रूट ने 109 रन बनाए। दोनों बल्लेबाजों के बीच दूसरे विकेट के लिए 201 रनों की साझेदारी हुई।
इंग्लैंड ने विंडीज के सामने जीत के लिए 286 रनों का लक्ष्य रखा था। कप्तान क्रेग ब्रैथवेट (33) और जॉन कैंपबेल (22) ने टीम को अच्छी शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 59 रन जोड़े, यह रन बनाने के लिए उन्होंने 25 ओवर खेले। मगर कप्तान के आउट होते ही मेजबान टीम ने लगातार अपने चार विकेट खो दिये। कुछ ही ओवर में वेस्टइंडीज का स्कोर 59/0 से 67/4 पहुंच गया। तब ऐसा लगने लगा कि शायद इंग्लैंड यह मैच जीत सकती है, मगर तब पहली पारी के शतकवीर नक्रमाह बोनेर जेसन होल्डर के साथ इंग्लैंड की जीत के सामने दीवार बनकर खड़े हो गए।
नक्रमाह बोनेर ने 138 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 38 रन बनाए, वहीं इस दौरान जेसन होल्डर ने उनका बखूबी साथ दिया। होल्डर ने 101 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 37 रनों की पारी खेली। दोनों खिलाड़ियों के बीच 5वें विकेट के लिए 80 रनों की साझेदारी हुई और इस दौरान बोनेर और होल्डर ने 214 गेंदों का सामना किया।
मैच का सार- इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जॉनी बेयरस्टो (140) के शतक के दम पर 311 रन बनाए थे, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 375 रन बनाए, इस दौरान नक्रमाह बोनेर ने 123 रनों की शतकीय पारी खेली। इंग्लैंड ने दूसरी पारी 349 रनों पर घोषित कर दी और पांचवे दिन के अंत तक विंडीज ने अपनी दूसरी पारी में 4 विकेट के नुकसान पर 147 रन बनाए।