यूपी बोर्ड परीक्षा : देवरिया में ग्राम प्रधान के घर लिखी जा रही थीं कॉपियां, ऐसे हुआ भंडाफोड़

 देवरिया

देवरिया के बरहज क्षेत्र में मंगलवार को नकल माफिया गिरोह का भण्डाफोड़ हुआ। वित्तविहीन मान्यताप्राप्त स्व. विन्ध्याचल इण्टर कॉलेज पैना के केंद्र व्यवस्थापक की मिलीभगत से एक ग्राम प्रधान के घर पर यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियां लिखी जा रही थीं। पुलिस ने मौके से ग्राम प्रधान समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक बाल अपचारी भी है। केंद्र व्यवस्थापक समेत 10 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। छापेमारी की भनक लगते ही केंद्र व्यवस्थापक फरार हो गया।

बरहज क्षेत्र के ग्राम बड़कागांव में स्व. विन्ध्याचल इण्टर कॉलेज पैना के यूपी बोर्ड परीक्षार्थियों की कॉपियां ग्राम प्रधान नब्बेलाल गुप्ता के घर पर लिखे जाने की शिकायत मंगलवार की सुबह एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ल व क्षेत्राधिकारी देव आनंद को मिली। उन्हें बताया गया कि हाईस्कूल की संस्कृत तथा इण्टरमीडिएट की चित्रकला विषय की उत्तर पुस्तिकाएं ग्राम प्रधान के घर पर लिखी जा रही हैं। एसडीएम व सीओ ने बरहज के थानेदार टीजे सिंह व पुलिस टीम समेत जिला विद्यालय निरीक्षक देंवेंद्र गुप्ता, नायब तहसीलदार जितेंद्र कुमार सिंह के साथ ग्राम प्रधान के घर पर छापेमारी की। मौके पर हाईस्कूल के संस्कृत विषय एवं इण्टर के चित्रकला प्राविधिक/आलेखन विषय की कुल आठ उत्तर पुस्तिकाओं पर लिखते/चित्रकला बनाते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। इनके पास इंटर चित्रकला की सात सादी कॉपियां रखी हुई मिलीं।

लिखी जा रही उत्तर पुस्तिकाओं पर रोल नम्बर सहित परिक्षार्थी का विवरण, केन्द्र व्यवस्थापक की मुहर एवं कक्ष निरीक्षक के हस्ताक्षर सहित संपूर्ण प्रविष्टियां अंकित पायी गईं। इसके अतिरिक्त हाईस्कूल की ए श्रेणी की 17 और बी श्रेणी की एक कॉपी, इण्टर की ए श्रेणी की 15 कापियां, चित्रकला के 11 प्रश्नपत्र, गृह विज्ञान के तीन प्रश्नपत्र तथा उर्दू के दो प्रश्नपत्र मिले। बड़ी तादात में नकल सामग्री भी बरामद हुई। हाईस्कूल की सात कॉपियों पर हस्ताक्षर, मुहर सहित पूरा विवरण था, जबकि शेष 11 कॉपियां सादी थीं। ऐसे ही इण्टर की 12 कॉपियों पर केन्द्र व्यवस्थापक की मुहर पाई गई, जबकि ती कॉपियां सादी थीं। पुलिस टीम ने कॉपियां व प्रश्नपत्र कब्जे में लेते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
 

पूछताछ में खुली मिलीभगत की पोल

मौके पर मिले ग्राम प्रधान नब्बेलाल गुप्ता समेत अन्य लोगों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो नकल माफिया के गिरोह का भण्डाफोड़ हुआ। दबोचे गए लोगों ने बताया कि वे सभी लोग उक्त कॉलेज के प्रधानाचार्य की मिलीभगत से कॉपियां लिख रहे थे। कॉलेज के शिक्षक व ग्राम प्रधान के बेटे शैलेश गुप्ता की भी मिलीभगत थी।