पटना
बिहार में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कोई भी सरकारी अस्पताल नहीं है, वहां स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने की तैयारी जोरों पर है। ऐसे क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एएनएम की तैनाती की जाएगी। एएनएम एक स्थान पर चिकित्सा केंद्र संचालित करेंगी और वहां से मरीजों को ‘ई-संजीवनी’ सेवा के माध्यम से चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। इसके लिए एएनएम को प्रतिमाह ढाई सौ रुपये अलग से दिये जाएंगे। वहीं, मरीजों को 37 प्रकार की नि:शुल्क दवाएं भी उपलब्ध करायी जाएंगी।
सप्ताह में दो दिन विशेष रूप से केंद्र का होगा संचालन
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को विलेज हेल्थ एंड सेनिटेशन डे (वीएचएसएनडी) का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य के सभी सिविल सर्जन को राज्य के सुदूर ग्रामीण इलाकों के व्यक्तियों को ‘ई-संजीवनी’ सेवा के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। सुबह नौ बजे से चार बजे तक यह सेवा दोनों दिन उपलब्ध करायी जाएगी।
इसके लिए एएनएम निर्धारित समय पर चिकित्सा केंद्र स्थल पर पहुंच कर कार्यक्रम का संचालन करेंगी। चिकित्सा केंद्र स्थल को जिला स्तरीय हब से संबंद्ध किया गया है। इसके लिए जिला स्तरीय हब में अतिरिक्त चिकित्सा पदाधिकारियों को पंजीकृत किया गया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार इस सेवा की शुरुआत ट्रायल के बाद जल्द ही की जाएगी। इसके लिए सभी सिविल सर्जन को माइक्रो प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।