लखनऊ
उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में विद्युतीकरण लाइन का काम लक्ष्य के मुताबिक 31 मार्च को पूरा हो गया। इससे आने वाले दिनों में लखनऊ से अयोध्या के बीच सवा घंटे में ट्रेन पहुंच जाएगी। चारबाग से बाराबंकी और बाराबंकी से अयोध्या के बीच दो चरणों में ट्रेनों की रफ्तार का ट्रायल किया गया था। जिसे रेल संरक्षा आयुक्त एसके पाठक ने 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी। वर्तमान में 55 से 60 की रफ्तार में ट्रेनें चल रही हैं।
डीआरएम सुरेश कुमार सपरा ने बताया कि विद्युतीकरण का काम पूरा होने से यात्री गाड़ी और माल गाड़ी की रफ्तार में दोहरे गति से वृद्धि होगी। इससे लखनऊ से अयोध्या, सुल्तानपुर से अयोध्या और वाराणसी से अयोध्या रेल खंड पर ट्रेनों का आवागमन और बेहतर हो जाएगा। इस विद्युतीकरण के चलते कम परिचालन लागत पर अधिकतम उर्जा पैदा होगी। आगामी जून माह से ट्रेनें अपने रफ्तार से दौड़ेंगी।
ट्रेनों के संचालन को लेकर जुटा रेलवे महकमा
विद्युतिकरण का काम पूरा होने के बाद अब उत्तर रेलवे ट्रेनों के संचालन को पटली पर लाने की तैयारी में जुटा गया। इसके मद्देनजर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से समय सारिणी में बदलाव से लेकर संचालन व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में बोर्ड को प्रस्ताव भेजकर मंजूरी ली जाएगी। ताकि आगामी तीन महीने के भीतर ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सके।