संयुक्त कार्यवाही से अंचल में 2335 बोरा धान जप्त

गरियाबंद
देवभोग क्षेत्र में धान के अवैध परिवहन को रोकने हेतु बॉर्डर में करीब 14 चेकपोस्ट बनाया गया है। ताकि सीमावर्ती क्षेत्र उड़ीसा का धान छत्तीसगढ़ में लाकर बिचौलियों द्वारा खपाया नहीं जा सके। इसको मद्देनजर रखते हुए इस इस बार देवभोग अनुविभागीय अधिकारी टी. आर .देवांगन द्वारा अंचल में दिन रात मॉनिटरिंग कर उड़ीसा से बिचौलियों द्वारा लाने वाले धान पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की व जप्ती नामा बनाकर बिचौलियों के हौसले को पस्त कर दिए हैं ।

देवभोग क्षेत्र जो कि उड़ीसा से चारों और से घिरा हुआ है। राज्य मे पूरे देश से अधिक धान का समर्थन मूल्य 1940 रुपए दिया जा रहा है। जिसके चलते अंचल के बिचौलियों द्वारा अधिक से अधिक मुनाफा कमाने के लिए उड़ीसा सीमावर्ती क्षेत्र से छत्तीसगढ़ में धान लाकर बेचना चाहते हैं। और अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं। जिसे रोकने के लिए कलेक्टर के निर्देश के चलते जगह-जगह बॉर्डर में चेक पोस्ट बनाकर सुरक्षा बल तैनात किया है। ताकि अवैध तरीके से धान के परिवहन को रोका जा सके। और हम बता दे की इसी शस्त्र धान के अवैध परिवहन पर अंचल के अधिकारियों के द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है । अनुविभागीय अधिकारी ने इस बार देवभोग क्षेत्र के हर बॉर्डर में पहुंचकर ताबड़तोड़ कार्यवाही की है इस बार देवभोग क्षेत्र में करीब कुल 2335 (दो हजार तीन सौ पैतीस)बोरा धान जप्त कर कार्यवाही की किया गया है। और धान व गाड़ी को जप्ती नामा बनाकर थाना को सुपुर्द कर दिया है ।करीब क्षेत्र में 1050 क्विंटल 75 केजी धान जप्त किया है। और ये सभी धान उड़ीसा सीमावर्ती क्षेत्र से छत्तीसगढ़ के सोसाइटी में खपाने के लिए बिचौलियों के द्वारा लाया जा रहा था।

कभी यह क्षेत्र बिचौलियों का गढ़ कहा जाता था ।लेकिन इस बार देवभोग अनुविभागीय अधिकारी के सफल मॉनिटरिंग के कारण बिचौलियों के हालत पस्त हो गए हैं। यहां बोनस के खेल के चलते अवैध धान की तस्करी कर मुनाफा कमाना चाहते हैं। बीते दिन कांदामुड़ा – सीनापाली मार्ग पर अवैध तरीके से धान की तस्करी की जा रही थी। क्योंकि प्रशासन को इस खुफिया रास्ता के बारे में पता नहीं था। जिसके चलते वहां चेक पोस्ट बना नहीं था ।जब प्रशासन को इसकी भनक लगी तो तुरंत उस जगह मैं सर्चिंग करना चालू कर दिया ताकि किसी तरह से और अवैध धन का तस्करी ना हो सके। इस बार सबसे अधिक धान की कार्यवाही ऊपर पीटा मार्ग में हुई है करीब 506 बोरा धान को जप्त कर कार्यवाही की गई है।