अलीगढ़
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से है। यहां प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों का मुआवजा देने के लिए एक सूची तैयार की गई है। 108 नाम को इस सूची में जीवित महिला का नाम भी मृत में दर्शते हुए शामिल कर लिया गया। जी हां..जब इस बात का खुलासा हुआ तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिसके बाद प्रशासिनक अधिकारियों ने अपनी गलती स्वीकारते हुए लिस्ट में महिला का नाम हटा दिया।
इस बारे में नोडल कोविड नमूनाकरण अधिकारी राहुल कुलश्रेष्ठ ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि शकुंतला देवी को 50,000 रुपए मुआवजे के पात्र 108 मृत लोगों में सूचीबद्ध किया गया था। तत्कालीन सीएमओ, जिला निगरानी अधिकारी द्वारा ये त्रुटि की गई थी। इस त्रुटि को वर्तमान सीएमओ द्वारा उसके ठिकाने की पुष्टि करने के बाद ठीक कर दिया गया है। बता दें, इस बात की उस वक्त हुई जब सूचि की पुष्टि करने के लिए संबंधित अधिकारी का फोन कॉल शकुंतला देवी के पास पहुंचा।
जिसके बाद प्रशासिनक अधिकारियों ने अपनी गलती स्वीकारते हुए लिस्ट में महिला का नाम हटा दिया। वहीं, शकुंतला देवी ने बताया कि मुझे संबंधित अधिकारियों से कॉल आया था। अधिकारियों की तरफ से बताया गया था कि कोविड 19 से मरने वालों को सरकार द्वारा 50 हजार रुपए दिए जा रही है। इस सूची में आपका नाम है।
वहीं, अब नोडल कोविड नमूनाकरण अधिकारी राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि मुआवजे के लिए तैयार की गई सूची में 108 नामों को शामिल किया गया था। इस सूची में जितने नाम शामिल है उन नामों को फोन का चेक किया जा रहा है कि वह वाकई में पात्र है कि नहीं। जो पात्र है मुआवजा राशि उन्हें मिलेगी।