बलिया
यूपी में गुंडों-माफियाओं और अवैध कब्जेेदारों के खिलाफ लगातार बुलडोजर चल रहा है लेकिन इस बीच बीजेपी-निषाद पार्टी गठबंधन की विधायक केतकी सिंह बलिया में इसकी 'दिशा' पर भड़क गईं। उन्होंने एक व्यक्ति के घर को गिराने के लिए तहसील प्रशासन के बुलडोजर लेकर पहुंच जाने पर सख्त नाराजगी जताई। कहा कि किसी गरीब के घर को ऐसे नहीं गिराया जा सकता। उन्होंने इसे अचानक की गई गलत कार्रवाई बताया। केतकी सिंह के समर्थकों ने इस मामले में भ्रष्टाचार और धनवसूली का आरोप भी लगाया। विधायक ने तहसीलदार के सामने जमकर अपना गुस्सा जाहिर किया। विधायक के इस गुस्से का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वीडियो की पुष्टि 'हिन्दुस्तान' नहीं करता है। वीडियो के एक हिस्से को ट्वीट कर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
वीडियो में विधायक, तहसीलदार से कहती दिख रही है, 'मैंने आपको एक छोटी सी बात कही थी। आपने उसका सम्मान क्यों नहीं रखा? सम्मान यही रखा कि बुलडोजर लेकर चले आए?' बीच में तहसीलदार ने धीरे से कहा कि- 'घर कहां गिराया है।' इस पर विधायक ने कहा- 'आप घर गिरा देते तब तो पूछना ही नहीं था…तब तो मैं खुद ही आग…। आपने बुलडोजर चला दिया और अभी भी आपने मेरा सम्मान रखा है?…' वीडियो में विधायक के समर्थक भी अपनी नाराजगी का इजहार करते दिख रहे हैं। इस बीच एक समर्थक द्वारा इस मामले में 10 हजार रुपये की रिश्वत लिए जाने का आरोप लगाया जाना सुनाई दे रहा है। यह मामला बलिया की बांसडीह तहसील के उदहा गांव का बताया जा रहा है।
गरीब का घर नहीं गिरा सकते
बाद में विधायक ने स्थानीय पत्रकारों से कहा कि अधिकारी बिना नोटिस और बिना पहले से कोई जानकारी दिए बुलडोजर लेकर घर गिराने पहुंच गए। किसी गरीब का घर ऐसे नहीं गिराया जा सकता। मेरे सामने गरीब के साथ अन्याय हो और वो रो रहा हो, यह मुझसे सहन नहीं हो सकता। बिना जांच के ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।
अखिलेश ने साधा निशाना
वीडियो के एक हिस्से को ट्वीट करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा- 'विकास कार्यों के नाम पर जिस बेहिसाब दर पर सत्ता से जुड़े लोगों को करोड़ों का मुआवज़ा दिया जा रहा है, वही दर आम आदमी को भी दी जाए और उनको भी जिनके जायज़ निर्माण पर केवल विद्वेषवश बुलडोज़र चलाया गया है। भाजपाइयों को लाभ पहुंचाने में मुआवज़ा, भ्रष्टाचार का नया तरीक़ा बन गया है।'