लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बैनर पोस्टर हटाए जाने लगे. यहां नगर निगम के कर्मचारियों ने सड़कों के किनारे चौराहें व नुक्कड़ों पर लगे राजनीतिक बैनर हटा दिए.
लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर लगे भारतीय जनता पार्टी के पोस्टर को नगर निगम की टीम ने हटा दिया है. इसके अलावा जिले भर में राजनीतिक पोस्टरों को हटाने का अभियान शुरू किया गया है. विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही उत्तर प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. राजनीतिक मशीनरी निष्क्रिय कर दी गई है, इसलिए अब सरकारी मशीनरी चुनाव आयोग के प्रति जवाबदेह होगी.
जिलों में अफसरों के कामकाज पर राजनीतिक हस्तक्षेप बंद हो जाएगा. सीधे शब्दों में कहें तो किसी भी फैसले को लेने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय का हस्तक्षेप नहीं होगा. किसी भी अफसर के तबादले चुनाव आयोग के आदेश के बाद ही होंगे.
उत्तर प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होते ही नौकरशाही पर राजनीतिक हस्तक्षेप बंद हो गया है. जिले में तैनात डीएम और एसपी बिना किसी माननीय के इस्तक्षेप या दबाव के अब काम करेंगे. डीएम और एसपी की सीधी जवाबदेही केंद्रीय चुनाव आयोग को होगी.
सभी जिलों के डीएम, एसपी, कमिश्नर अब डीजीपी, मुख्य सचिव, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और अपर मुख्य सचिव गृह को रिपोर्ट भेजेंगे. वह रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के जरिए केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजी जाएगी. जिले में किसी भी अफसर के तबादले का फैसला भी केंद्रीय चुनाव आयोग की अनुमति के बाद ही लिया जा सकेगा.