रायपुर
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए आज कहा, कि वह देश में सत्ता हथियाने चुनाव आयोग, ईडी, सीबीआई यहाँ तक कि न्यायपालिका का भी दुरुपयोग कर रही है। भाजपा की मोदी सरकार केन्द्रीय एजेंसियों के माध्यम से पूरे देश में घटते अपने जनाधार का डेमेज कंट्रोल करने आसन्न पाँच राज्यों के चुनाव के ठीक पूर्व विपक्षी पाटीर्यों के लोगों एवं उनसे जुड़े कारोबारियों को निशाना बनाकर देश में दहशत फैलाना चाह रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के रिश्तेदारों के यहाँ प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी इसी का एक हिस्सा है।
उपाध्याय ने कहा, भाजपा सत्ता हथियाने समय-समय पर तरह-तरह के हथकंडे अपनाते रही है। कभी उसने धर्म का सहारा लिया तो कभी हिन्दुत्व का, कभी जातिवाद का। परन्तु भाजपा के मनसुबे समय के साथ ध्वस्त होते गए। झूठ और खोखले वादे के सहारे पर केन्द्र की सत्ता में आई मोदी सरकार अब बेनकाब होते जा रही है। आसन्न पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश में अपने नेताओं का तेजी से पलायन होता देख भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व बैकफूट पर आ गया। इसके पहले यूपी में ईडी का सहारा लेकर विपक्ष को डराने का काम भी हुआ, परन्तु इसका विपक्षी पार्टियों पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ा, बल्कि मोदी सरकार की यह कार्यप्रणाली जनता के बीच बेनकाब हो गई। बावजूद मोदी सरकार ऐसा करने बाज नहीं आ रही है।
भारतीय लोकतंत्र में घटते जनाधार के बीच भाजपा के पास एक ही हथकंडे बच गया है, जिसका वह खुले आम दुरुपयोग कर रही है। भारतीय जनता पार्टी सत्ता हथियाने दशकों तक मंदिर को मुद्दा बनाते रही। परन्तु 1992 के बाद इसका बहुत ज्यादा फायदा नहीं हुआ और वह देश में हिन्दू-मुसलमान के बीच एक लक्ष्मण रेखा खींच हिन्दुत्व के मुद्दे को सुलगाते रही। परन्तु उनकी यह योजना भी अब सफल होता दिख नहीं रहा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में जातिवाद को भाजपा ने खूब हवा दी, परन्तु जिस जाति विशेष के वोटरों से यूपी में सत्ता में लौटी, उनका कोई भला नहीं हुआ और आज स्थिति यह है कि देश की जनता भाजपा के किसी भी मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है।
उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा की घटते जनाधार के बाद वह पंजाब के दलित मुख्यमंत्री चन्नी को अपना निशाना बना रही है। उन्होंने सवाल किया कि चुनाव के ठीक पहले विपक्ष के शीर्ष नेताओं के रिश्तेदारों व उनके ठिकानों पर ईडी और सीबीआई की कार्यवाही करना कहाँ तक सही है? क्या यह मतदाताओं को दिग्भ्रमित करने भाजपा का सोची-समझी चाल है? जो लगातार इस तरह का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के कार्यप्रणाली से भाजपा डरी हुई है और बेदाग चरित्र के मुख्यमंत्री चन्नी को बदनाम करने उतारू है। परन्तु इसका फायदा भाजपा को किसी भी राज्य में नहीं मिलने वाला।