लखनऊ
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से बिलकुल न घबराने की सलाह दी है और कहा है कि इससे संक्रमित व्यक्ति चार से पांच दिन में पूरी तरह से ठीक हो जाता है। मुख्यमंत्री ने लोगों से बचाव के उपायों का पालन करते रहने की अपील की। मुख्यमंत्री ने साथ ही मीडिया को सलाह दी कि वह सकारात्मक खबरें दिखाए ताकि पीड़ितों का हौसला बढ़े। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद और रायबरेली में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए थे लेकिन चार से पांच दिन में सभी रोगी स्वस्थ हो गए। वह अपने आवास पर कुछ चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमिक्रॉन कमजोर है। इससे पहले के स्वरूप डेल्टा से पीड़ित व्यक्ति को ठीक होने में 15 से बीस दिन लग रहे थे लेकिन इसमें चौथे दिन से सातवें दिन में व्यक्ति ठीक हो जाता है। योगी ने कहा, गाजियाबाद और रायबरेली में ओमिक्रॉन के मामले सामने आए थे, लेकिन सब रोगी ठीक हो गए। यह एक सामान्य वायरल बुखार की तरह है, लेकिन सतर्कता और सावधानी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, जब हम किसी महामारी से लड़ रहे हों, तब लोगों को मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए। बीमारी केवल शारीरिक नहीं होती है बल्कि मानसिक भी होती है। इसलिए मानसिक रूप से बहुत मजबूत रहना चाहिए। हमें सकारात्मक बातों से जनता के आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहिए। योगी ने कहा, लॉकडाउन के दौरान लोगों ने रामायण को बहुत पसंद किया। जब हम सकारात्मक चीजें दिखाएंगे तो लोगों के मन में एक नया उत्साह पैदा होगा। यूपी के पश्चिमी जिलों में किसानों की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, पश्चिमी यूपी में सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा था, केवल व्यक्ति ही नहीं किसानों के पशु, गोवंश, घोड़ा, बकरी आदि भी सुरक्षित नहीं थे। यहां तक कि खेत में जो मोटर लगाते थे, वह भी सुरक्षित नहीं रहती थी, सब चोरी हो जाता था। सुरक्षा एक बहुत बड़ा मुद्दा थी। लेकिन आज ऐसा नहीं है।
पांच सालों में किसानों को सबसे ज्यादा मिला गन्ना भुगतान
सीएम योगी ने किसानों के लिए किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, किसानों के गन्ना मूल्य का जो भुगतान हुआ, पांच वर्ष में जितना हम लोगों ने किया उतना दस वर्षों में नहीं हुआ। जबकि इसमें करीब डेढ़ से पौने दो वर्ष कोरोना से मुकाबला करने में बीत गए। इसके बावजूद चीनी मिल चल रही हैं। गन्ने का डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक बकाए का भुगतान हो चुका है। योगी ने कहा, पंजाब और हरियाणा में खरीद आढ़तियों के माध्यम से होती है। लेकिन राज्य में हम सीधे किसान से खरीदते हैं। इसलिए किसान आंदोलन यहां बहुत सफल नहीं हुआ। धरना प्रदर्शन अलग है, लेकिन व्यवस्था भंग नहीं हुई। हम लोगों ने उसी दौरान प्रधानमंत्री की रैली अलीगढ़ में कराई, उसी दौरान मेरठ, सहारनपुर में और पश्चिमी उप्र के हर एक जनपद में हमारे कार्यक्रम हुए। उन्होंने कहा, पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पश्चिमी इलाकों में बहुत अच्छे वोटों से जीती, एकाध जगह को छोड़कर। लावारिस जानवरों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा, भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद हम लोगों ने अवैध तस्करी को रोक दिया। अवैध बूचड़खानों को बंद कर दिया गया।
पिछली सरकारों में नहीं आती थी बिजली
तीन प्रकार की योजनाएं हमारी चल रही हैं, लगभग सात लाख गोवंश हमारे पास सरकारी गौशालाओं में हैं। एक लाख गोवंश सहभागिता योजना के तहत किसानों के पास हैं। हर किसान को हमने कहा है कि यदि वह एक गोवंश रखेंगे तो इसके चारे के लिए नौ सौ रुपये दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त पोषण मिशन के तहत भी बच्चों और माताओं के लिए परिवार को गाय दी जा रही है। सीएम योगी ने कहा बीस हजार परिवारों को लाभ मिल रहा है। इसके बावजूद कोई समस्या होती है तो उसका भी समाधान किया जाएगा। समाजवादी पार्टी (सपा), कांग्रेस की मतदाताओं को बिजली और स्कूटी मुफ्त में देने की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर योगी ने कहा, आज की तारीख में राज्य में कोई पार्टी ऐसी नहीं है जिसकी सरकार पहले प्रदेश में न रही हो। सर्वाधिक समय तक प्रदेश में कांग्रेस ने शासन किया है। कांग्रेस के बाद समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में शासन किया है, फिर बहुजन समाज पार्टी शासन में रही है। इनसे पूछा जाना चाहिए कि जब आपकी सरकार थी तब तो आपने बिजली नहीं दी। उन्होंने कहा, आप 2012 से 2017 तक ही पूर्ववर्ती सरकार को देख लीजिए, प्रदेश के 75 जिलों में से मात्र चार जिलों को ही बिजली मिलती थी। आज सभी 75 जिलों को बिजली मिल रही है।