छाए बादल ,कई इलाकों में बूंदाबांदी, गर्मी से मिली थोड़ी राहत

अंबिकापुर
अप्रैल के अंतिम हफ्ते से सरगुजा में पड़ रही प्रचंड गर्मी से सोमवार को थोड़ी राहत मिली है।द्रोणिका के असर से उत्तरी छत्तीसगढ़ में बादल छाए हुए है।बलरामपुर जिले के कई इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई है।हालांकि दिन और रात के तापमान में अभी ज्यादा कमी नहीं आई है लेकिन बदली,बारिश से गर्म हवाएं नहीं चल रही है इससे थोड़ी राहत है।

उत्तरी छत्तीसगढ़ में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से प्रचंड गर्मी पड़ रही थी।अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था।दिन में गर्म हवाओं के थपेड़ों से लोग परेशान थे।लू का असर देखने को मिल रहा था।बीच-बीच में बादलों के कारण उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेचैन कर दिया था लेकिन द्रोणिका के असर से रविवार रात से उत्तरी छत्तीसगढ़ के मौसम में बदलाव हुआ था।आसमान में बादल छाए थे और तेज हवाएं भी चल रही थी।सोमवार सुबह एकाएक मौसम ने करवट ली।समूचे क्षेत्र में आकाश में बादल छाए रहे।

बलरामपुर जिले के राजपुर,शंकरगढ,कुसमी इलाके में बादलों के बीच कुछ देर बारिश भी हुई।अंबिकापुर शहर में भी बूंदाबांदी हुई।बारिश और बादलों के कारण मौसम में थोड़ा बदलाव हुआ है।गर्मी से थोड़ी राहत है क्योंकि गर्म हवाएं नहीं चल रही है।मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि 28 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है,उसके बाद सोमवार को भी एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इन दोनों विक्षोभों की सक्रियता से निर्मित द्रोणिका और चक्रवातीय परिसंचरण से मई के प्रारम्भ में गर्म हवा के थपेड़ों से कुछ राहत की गुंजाइश रहेगी।

उन्होंने बताया कि यह राहत ज्यादा दिनों की नहीं रहेगी हालांकि बीच-बीच मे गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती है।बता दें कि सरगुजा संभाग में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही थी।पश्चिमी गर्म हवाओं के प्रभावी रहने के कारण गर्म हवाओं के थपेड़ों का सामना लोगों को करना पड़ रहा था।लू की स्थिति बनी हुई थी।भीषण गर्मी का असर सामान्य जनजीवन पर भी देखने को मिल रहा था।लोग गर्मी से बचाव के लिए जरूरी उपाय कर घरों से निकल रहे थे।