रायपुर
केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ई-विन कार्यक्रम (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) के तहत जिले के कोल्ड चैन हैंडलर के लिए वैक्सीन के कोल्ड चैन पॉइंट के रखरखाव, तापमान और आॅनलाइन निगरानी को मजबूत करने के उद्देश्य से एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे ने बताया कि प्रशिक्षण में नियमित टीकाकरण के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली समस्त वैक्सीन के संबंध में आवश्यक जानकारी प्रदान की गई। साथ ही वैक्सीन एवं लॉजिस्टिक की आॅनलाइन एंट्री ई-विन के नये एडवांस एडिशन में किये जाने के लिए जिले के समस्त विकासखण्ड के कोल्ड चैन पाईन्ट में पदस्थ हैंडलर्स को प्रदान की गई। प्रशिक्षण को यूएनडीपी के सहयोग से आयोजित किया गया है । इसमें वैक्सीन के रखरखाव, तापमान निगरानी, वैक्सीन स्टॉक, वैक्सीन वेस्टेज रोकने और वैक्सीन रूम या कोल्ड चैन के तापमान सहित वैक्सीन की उपलब्ध मात्रा की 24 घंटे आॅनलाइन निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही वैक्सीन एंट्री की आॅनलाइन व्यवस्था की जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई।
टीकाकरण को लेकर 2014 में ई-विन एप्लीकेशन का इस्तेमाल शुरू किया गया था । कुछ सालों के बाद ई-विन एप्लीकेशन में मौजूद कमी को दूर कर उसे 2015 और 2018 में अपडेट किया गया । लेकिन जब तक कोरोना महामारी सामने नहीं आई थी । इसलिए इस एप्लीकेशन में कोविड-19 की जानकारी नहीं थी । इसके लिए इसे 2021 में अपडेट किया गया इसके नए वर्जन में अब नियमित टीकाकरण के साथ साथ कोविड टीके की वैक्सीन और लॉजिस्टिक की आॅनलाइन एंट्री की जा सकेगी ।
रायपुर संभाग के प्रोजेक्ट आॅफिसर निशा सिंह राजपूत ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान कोल्ड चैन हैंडलर्स को कोल्ड चैन उपकरण आईएलआर, डीप फ्रीजर, कोल्ड बॉक्स, वैक्सीन कैरियर, आईस पैक, में थमार्मीटर, का उपयोग करने के बारे में जानकारी दी गयी । जिले में सभी सीएचसी, पीएचसी एवं जिला मुख्यालय पर कुल 34 कोल्ड चैन पॉइंट हैं। वैक्सीन के रखरखाव और सही तापमान की निगरानी के लिए आईएलआर में टेंपरेचर लॉगर लगा है। जिनके माध्यम से आॅनलाइन तापमान की निगरानी की जाती है। आॅनलाइन सिस्टम के माध्यम से वैक्सीन के तापमान, स्टॉक, वेस्टेज आदि पर हर समय आॅनलाइन निगरानी की जा रही। इससे कोल्ड चैन मैनेजमेंट सहित अन्य जानकारियां भी आसानी से मिल रही हैं। उन्होंने वैक्सीन से संबंधित रिपोर्टिंग के बारे में भी बारीकी से बताया। सिस्टम में रहकर काम करने से टीकाकरण कार्यक्रम संचालित करने में सुविधा होगी। वर्तमान समय में कोविड-19 एवं नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को देखते हुए वैक्सीन की बबार्दी कम किया जाना जरूरी है। इसके लिए सभी को नई तकनीक से अपडेट होना होगा। वैक्सीन का तापमान नियंत्रित रखने से वैक्सीन के अनुपयोगी होने से भी बचाया जा सकेगा ।
कैसे होगी वैक्सीन की आॅनलाइन मॉनिटरिंग
यूएनडीपी (यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम )की स्टेट प्रोजेक्ट आॅफिसर (आईटी) सौम्या रंजन ने बताया कि ई-विन एडवांस एडिशन मोबाइल एप्लिकेशन से सभी कोल्ड चैन में उपलब्ध वैक्सीन की आॅनलाइन मॉनिटरिंग के साथ गुणवत्ता पर भी नजर रखी जा रही है। सुरक्षित भंडारण के लिए नियत तापमान की जरूरत होती है जिसकी कमी या वृद्धि से वैक्सीन के खराब होने का खतरा बना रहता है, लेकिन कोल्ड चैन में नियत तापमान मानक के अनुरूप न होने पर अलार्म बजने लगता है । इसकी सूचना एप के जरिये कोल्ड चैन प्रबंधक से लेकर जिला टीकाकरण अधिकारी एवं यूएनडीपी के राज्य एवं जिला अधिकारी को भी प्राप्त होती है।
आईएलआर में रखे जा रहा टीके
जिले के सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा जिला अस्पताल के कोल्ड चैन केन्द्रों में टीके रखने के लिए आईएलआर (आइस लाइन्ड रेफ्रीजिरेटर) में सेंसर लगाए हुए हैं। ऐसे में आईएलआर के बंद या खराब होने पर इसकी जानकारी संबंधित स्टाफ के पास चली जाती है। फ्रीज का तापमान +2 से +8 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा जाने पर मोबाइल से मैसेज या अलार्म बजने लगता है। ऐसे में तुरंत स्टाफ जाकर चेक करता है और उसे खराब होने से बचा लिया जाता है।
चालू (करंट )स्टॉक की रहती है जानकारी
यूएनडीपी के वैक्सीन एवं कोल्ड चैन मैनेजर काजेश्वर सिंह ने बताया, कोल्ड चैन स्टाफ को टीके की मॉनिटरिंग सिस्टम के लिए स्मार्ट फोन और एक जीबी का डाटा प्लान दिया गया है। वह ई-विन नेटवर्क के ऐप के जरिए टीके के स्टॉक को अपडेट करते हैं। इससे जिले को ई-विन वेबसाइट पर वैक्सीन की चालू (करंट) स्टॉक की जानकारी मिलती रहती है। साथ ही विकसित किए गए एडवांस एप से कहां कितनी वैक्सीन है, और उसका रख-रखाव कैसा हुआ है। यह भी जीपीएस से स्वचालित तरीके से अपडेट होता है। प्रशिक्षण में स्टेट प्रोजेक्ट आॅफिसर अंशुमन मोइत्रा, जिला टीकाकरण अधिकारी आशीष वर्मा, जिला सांख्यिकी अधिकारी डी. के. बंजारे एवं सुरेश शर्मा कोल्ड चैन टेक्नीशियन मौजूद रहे।