रायगढ़
रायगढ़ व्यापारी संघ ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव एवं चेयरमैन रेलवे बोर्ड को एक पत्र लिखकर मांग की है की ट्रेन नंबर 18105 /18106 राउलकेला से सप्ताह में 3 दिन 6 मंगल गुरु शनि8 शाम को 5:00 बजे व्हाया हटिया, मुरी, बोकारो, चंद्रपुरा, धनबाद, जसीडीह, बरौनी, समस्तीपुर, दरभंगा, सकरी, मधुबनी, जयनगर तक जाती है और वापस आती है। जयनगर , रक्सौल की तरह नेपाल बॉर्डर का अंतिम स्टेशन है। इस ट्रेन को रायगढ़ से चलाया जाए ताकि इस क्षेत्र के बिहार निवासी जो कि विभिन्न फैक्ट्रियों में भारी संख्या में कार्यरत हैं। उन्हें अपने घर आने जाने के लिए एक सीधी ट्रेन मिल जावे।
वर्तमान में उन्हें सीधी ट्रेन ना होने के कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि यहां से बाबा बैजनाथ के लिए कावड़ चढ़ाने एवं दर्शन करने भारी संख्या में श्रद्धालु (जसीडीह )जाते हैं इस ट्रेन के चलने से उन्हें भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा। रायगढ़ व्यापारी संघ के संयोजक राजेंद्र अग्रवाल एवं महामंत्री हीरा मोटवानी ने कहा कि वर्तमान में रायगढ़ एक महत्वपूर्ण स्टेशन के रूप में जाना जाता है और रायगढ़ औद्योगिक नगरी के साथ-साथ कोयला खनन के एक बड़े केंद्र के रूप में विकसित हो चुका है। यहां पर एनटीपीसी, जिंदल जैसे बड़े औद्योगिक संयंत्र काम कर रहे हैं ऐसे में रायगढ़ को रेल सुविधाएं मिलनी ही चाहिए ताकि व्यापारिक दृष्टि से भी रायगढ़ का व्यापार जगत देश के कोने कोने तक अपनी पंहुच बना सके। यह भी सत्य कि रायगढ़ बिलासपुर रेल मंडल का सबसे अधिक आय देने वाला स्टेशन है। उन्होंने रायगढ़ सांसद श्रीमती गोमती साय से अनुरोध किया है कि वह भी इन मुद्दों को संसद और रेल मंत्रालय तक पहुंचाएं और रायगढ़ की जनता को टर्मिनल सहित यह सुविधा उपलब्ध कराने में मदद करें।