जांजगीर-चांपा
महिलाओं को घर के भीतर अथवा बाहर किसी भी प्रकार की हिंसा से निजात दिलाने हेतु जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत सखी वन स्टॉप सेंटर जांजगीर पिछले साढ़े चार वर्षों से लगातार कार्य कर रहा है। विगत दिनों सखी एक ऐसी बेसहारा महिला का सहारा बनी जो न केवल अत्यधिक वृद्ध थीं अपितु वे बड़ी मुश्किल से बातें सुन पातीं थीं।
84 वर्षीय वृद्ध सर्वाइवर डायल 112 को भटकती अवस्था में मिली थी। वृद्ध महिला के संबंध में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं कर पा रही थी। डायल 112 के द्वारा सर्वाइवर को सखी कार्यालय अस्थाई आश्रय व अग्रिम कार्यवाही हेतु लाया गया। प्रारंभिक स्थिति में सर्वाइवर अत्यधिक परेशान व क्रोधित थीं। वह किसी पर विश्वास नहीं कर पर रही थी। सखी जांजगीर द्वारा तत्काल अस्थाई आश्रय प्रदान करते हुए पारिवारिक माहौल दिया गया। कुछ समय पश्चात सर्वाइवर सहज हुईं तथा स्टाफ पर भरोसा करने लगीं। तब सर्वाइवर की बातों को समझने के साथ-साथ उन्हे अपनी बातें समझाने का कार्य किया गया। निष्ठा से किये गये प्रयास का सकारात्मक परिणाम आना तय था। फलस्वरूप सखी के अथक प्रयासों से सर्वाइवर से संवाद करना सफल रहा। सर्वाइवर ने धीरे-धीरे अपना नाम, पता आदि जानकारी सखी के साथ साझा की। तब सखी को यह जानकारी मिली कि सर्वाइवर की दो बेटियां थी, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। सर्वाइवर अपने दामाद के साथ रहकर भिक्षावृत्ति कर अपने नातियों की देख-रेख करती है। किंतु कुछ दिनों पहले दामाद द्वारा सर्वाइवर को घर से निकाल दिया गया। सर्वाइवर अपने नातियों के साथ अपने दामाद के पास रहना चाहती थी। सर्वाइवर के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त होने के पश्चात सखी कार्यालय की टीम बिना समय नष्ट किये थाना-सक्ती से संपर्क कर उन्हे सर्वाइवर के साथ हुई संपूर्ण घटना की सूचना देते हुए एवं उनकी सहायता लेते हुए सर्वाइवर को लेकर उनके निवास स्थान पहुंची। जहां सर्वाइवर के दामाद की काउंसलिंग की गई। उन्हे उनके उत्तरदायित्वों से अवगत कराया गया तथा महिलाओं को प्राप्त कानूनी अधिकारों के संबंध में जानकारी दी गई।
सखी कार्यालय के प्रयासों के फलस्वरूप सर्वाइवर के दामाद को अपनी गलती का एहसास हुआ तथा उसने अपनी सास से माफी मांगी। साथ ही अपनी सास को ससम्मान सुरक्षित अपने संराक्षण में रखने का आश्वासन दिया। सखी कार्यालय के द्वारा सर्वाइवर को सुरक्षित उनके दामाद के सुपुर्द किया गया। सर्वाइवर एवं उनके परिवार ने सखी का आभार व्यक्त किया।