रतिया
एक साथ तीन बच्चों के पैदा होने की खबरें सुनने को मिल जाती हैं। कहीं कहीं तो चार बच्चे भी हुए हैं मगर कुछ ही केस में होता है कि एक साथ जन्मे ज्यादा संख्या के बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ रहें। मगर फतेहाबाद के रतिया में एक महिला द्वारा नार्मल डिलिवरी के द्वारा तीन स्वस्थ बेटियों को जन्म देने का अनोखा मामला सामने आया है।
आमतौर पर गर्भ में जुड़वा बच्चों के होने पर भी सिजेरियन डिलिवरी करनी पड़ती है। लेकिन तीन बच्चों की एक साथ नार्मल डिलिवरी होने पर चिकित्सक जगत के विशेषज्ञ भी हैरान हैं। मिली जानकारी के अनुसार रतिया के दशमेश अस्पताल में घासवा गांव की एक गर्भवती महिला जसप्रीत कौर का उपचार चल रहा था और अभी उसे आठवां माह चल रहा था।
लेकिन शुक्रवार देर रात अचानक उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई जिसके बाद परिजन उसे गांव से अस्पताल में ले आए। अस्पताल में महिला मरीज जसप्रीत कौर की जांच करने पर पता चला कि प्रसव पीड़ा के चलते तुरंत डिलिवरी करवानी होगी। जिसके बाद दशमेश अस्पताल की चिकित्सक शालिनी गर्ग ने पहले महिला की नार्मल डिलिवरी के प्रयास का साहसिक फैसला लिया और अंतत: उनका फैसला सही रहा और नार्मल डिलिवरी से ही एक साथ जसप्रीत कौर ने तीन बेटियों को जन्म दिया।
इस बारे में बात करने पर डा. शालिनी गर्ग ने कहा कि आमतौर पर जुड़वा बच्चों के केस में भी सिजेरियन करना अनिवार्य होता है। लेकिन प्रसव पीड़ा के दौरान जब मैने महिला की जांच की तो वो खुद भी शारीरिक रूप से स्वस्थ थी और गर्भ में बच्चे भी सुरक्षित थे। जिसके चलते उन्होंने सिजेरियन की बजाए नार्मल डिलिवरी करने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि हालांकि आठ माह की गर्भवती होने के बावजूद नार्मल डिलिवरी होना भगवान की नेमत है। क्षेत्र में इस तरह का ये पहला मामला है जिसमें नार्मल डिलिवरी के जरिये एक साथ तीन बेटियां पैदा हुई हैं।