गोरखपुर मंदिर हमला: योगी सरकार ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश

गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में मुस्लिम युवक के हमला मामले ने तूल पकड़ लिया है। आरोपी के आईआईटी बॉम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद धार्मिक नारे लगाते हुए सुरक्षाकर्मियों पर हमले को गंभीरता से देखा जा रहा है। इस पूरे मामले में बदलती स्थिति को देखते हुए टेरर एंगल से भी जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है। यूपी सरकार ने इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वायड को दे दिया है। अब यूपी एटीएस ने इस पूरे घटनाक्रम के हर पहलू की जांच शुरू कर दी है। एटीएस की टीम गोरखनाथ मंदिर पहुंच चुकी है। घटनास्थल का जायजा लिया गया है। इसके अलावा इस हमले की जांच के लिए एनआईए और आईबी भी लगी है। योगी सरकार ने इसकी उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। एडीजी ने कहा कि सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।

एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों पर जानलेवा हमला हुआ था। इस मामले की आतंकी एंगल से जांच शुरू कर दी गई है। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पीएसी के जवानों पर रविवार की देर शाम धारदार हथियार से हमला किया गया था। आरोपी ने पीएसी के दो जवानों को घायल भी कर दिया। हमलावार का नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है। वह सिविल लाइंस में गोरखपुर के रहने वाले मुनीर अहमद का बेटा है। मुर्तजा के परिजन उसे मानसिक रूप से बीमार करार दे रहे हैं। इसके बाद भी धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर के भीतर तक घुसने और जवानों पर हमला मामले को गंभीरता से लिया गया है। हमलावर ने पीएसी के जवान से राइफल छीनने की कोशिश की थी। उसके पास से धार्मिक पुस्तक भी बरामद की गई है। इन तमाम मसलों ने शक को बढ़ा दिया है।

आतंकी कनेक्शन की होगी तफ्तीश
मुर्तजा को उनके परिवार के लोग मानसिक रूप से बीमार करार दे रहे हैं। इसके बाद इस प्रकार की वारदात को अंजाम देने के लिए किसने प्रेरित किया, यह जानकारी जुटाने की कोशिश जांच एजेंसियां कर रही है। मंदिर की संवेदनशीलता को देखते हुए इस घटना को गंभीर माना जा रहा है। जिस प्रकार से उसने मंदिर के भीतर घुसकर पीएसी के जवानों और अन्य लोगों को खदेड़ना और उन पर हमला करना शुरू किया, उसके पीछे की वजह को जानना जरूरी हो गया है। ऐसे में यूपी एटीएस की एंट्री और जांच से कई महत्पूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं। लखनऊ से एसटीएस एसपी अभिषेक सिंह के नेतृत्व में टीम गोरखनाथ मंदिर पहुंच चुकी है। मामले की जांच को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।

मामले की जांच में जुटी कई एजेंसियां
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में सेंध के मामले की जांच कई एजेंसियों के माध्यम से की जा रही है। खुफिया विभाग भी सक्रिय हो गया है। मुर्तजा ने धारदार हथियार से पीएसी जवान गोविंद पर हमला कर उसका राइफल छीनने की कोशिश की। अगर उसके हाथ राइफल लग जाता तब की स्थिति को भी ध्यान में रखा जा रहा है। इस प्रकार के हमले से पूरे इलाके में सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश तो नहीं थी?

यूपी पुलिस की ओर से मुर्तजा से लगातार पूछताछ हो रही है। उससे घटना के कारणों के बारे में जानकारी मांगी जा रही है। पूरे मामले में टेरर एंगल की आशंका ने एटीएस को जांच में लाया गया है।

हमलावर के पास से धार्मिक पुस्तकें बरामद
गोरखपुर के एसएसपी विपिन टांडा ने इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई की जानकारी दी है। घटना के बाद पुलिस ने उसके घर पर भी छापा मारा था और उसके पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। एसएसपी ने बताया कि हमलावर के पास से लैपटॉप और धार्मिक पुस्तकें बरामद हुई हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में हमलावर और पीएसी के दो जवान घायल हुए हैं। तीनों घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला के मामले में धारा 307 और 7 सीएलए के तहत केस दर्ज किया गया है। हमलावर से पांच टीमें लगातार पूछताछ कर रही हैं। इसके अलावा पुलिस को कुछ अहम इनपुट भी मिले हैं। इसके आधार पर अलग-अलग जनपदों में टीम भेजी जा रही है।