गंगा में ‘भागीरथी’ ने दिया जवाब तो पर्यटकों की अटकी सांसें, विवेकानंद के पहुंचने पर बची जान

वाराणसी
वाराणसी में गंगा नदी में पर्यटकों को भ्रमण कराने के लिए चलाए जाने वाले भागीरथी क्रूज का एक इंजन गुरुवार की रात्रि में काम करना बंद कर दिया। जिस समय इंजन काम करना बंद किया उस समय क्रूज गंगा नदी के बीच में था। ऐसे में उसमें सवार पर्यटक काफी डर गए। हालांकि बाद में वहां विवेकानंद क्रूज पहुंचा और उससे टोचन करके भागीरथी को रविदास घाट पर लाया गया। क्रूज से सुरक्षित उतरने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
 
गंगा आरती देखने गए थे पर्यटक
वाराणसी में गंगा नदी के जल में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसे देखते हुए नावों का संचालन बंद कर दिया गया है। ऐसे में गंगा आरती देखने के लिए पर्यटक क्रूज का सहारा ले रहे हैं। गुरुवार को करीब 80 पर्यटकों को लेकर भागीरथी क्रूज गंगा आरती दिखाने के लिए गया। क्रूज दशाश्वमेघ घाट के सामने पहुंचा और पर्यटकों ने गंगा आरती देखा। उसके बाद वापसी के दौरान दशाश्वमेघ घाट के सामने बीच गंगा में क्रूज का एक इंजन काम करना बंद कर दिया।
 
इंजन बंद होने से पर्यटकों की अटकी सांसें
गंगा नदी में क्रूज का इंजन बंद होने की जानकारी मिलने के बाद उसमें सवार पर्यटक डर गए। हालांकि क्रूज में मौजूद लोगों द्वारा जब यह बताया कि दो इंजन लगे हैं, जिसमें एक इंजन ने काम करना बंद किया है तो लोगों ने राहत की सांस ली। उसके बाद भागीरथी क्रूज को टोचन करने के लिए विवेकानंद क्रूज को वहां ले जाया गया। करीब एक घंटे बाद विवेकानंद क्रूज की मदद से भागीरथी को रविदास घाट पर लाया गया।