सराफा कारोबारियों के सुझावों पर ध्यान नहीं – मालू

रायपुर
केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए आम बजट में इस बार रायपुर सराफा एसोसिएशन की एक भी मांग पूरी नहीं हुई है वहीं सुझावों पर भी कोई विचार किया गया इससे सराफा कारोबारियों में निराशा है। वहीं केंद्रीय वित्त के द्वारा तराशे एवं पॉलिश किए गए हीरो और रत्न पत्थरों पर सीमा शुल्क घटाकर 5 प्रतिशत किए जाने का स्वागत किया है। लेकिन ई-कॉमर्स के जरिए आभूषण निर्यात के लिए रुपरेखा तैयार करने का विरोध किया।

रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री के द्वारा पेश किए गए बजट पर एसोसिएशन की ओर से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करत हुए कहा कि बजट पेश होने से पहले रायपुर सराफा एसोसिएशन ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीमारमण को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि वर्तमान में आयात शुल्क 12.5 प्रतिशत है एवं जीएसटी जो कि 3 प्रतिशत है, कुल मिलाकर 15.5 प्रतिशत से अधिक जो टैक्स है उसे कम किया जाए तथा प्रत्येक जिले में शासकीय हॉलमार्किंग सेंटर की स्थापना किया जाना चाहिए ताकि ग्रामीण व दूरस्थ अंचलों में व्यवसाय कर रहे सराफ कारोबारियों को हालमार्किंग कराने हेतु भटकना न पड़े। लेकिन आज पेश किए बजट में रायपुर सराफा एसोसिएशन की एक भी मांग नहीं हुई इससे सराफा कारोबारियों में निराशा हैं, उन्हें उम्मीद थी कि इस बार के बजट में उनकी कुछ मांगे तो पूरी होगी ही।

मालू ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने सिर्फ रत्व व आभूषण क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए तराशे एवं पॉलिश किए गए हीरों और रत्न पत्थरों पर सीमा शुल्क घटाकर 5 प्रतिशत किया है। इसके साथ ही तराशे गए हीरे पर कुछ भी सीमा शुल्क नहीं लेने का निर्णय लिया है उसका रायपुर सराफा एसोसिएशन स्वागत करता है। लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री ने ई-कॉमर्स के जरिए आभूषण निर्यात को सुविधानक बनाने के लिए एक सरल नियामकीय रुपरेखा तैयार कर इस वर्ष जून तक लागू करने की जो बात कही है उसका वे पूरजोर विरोध करते हैं इससे शहरी क्षेत्रों में रहने वाले सराफा कारोबारियों के साथ ही दूरुस्त अंचलों में व्यवसाय कर रहे कारोबारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।