कानपुर: मंदिर हटाकर बन रहा अपार्टमेंट, महापौर का आदेश भी हुए हवा, अब सीएम को भेजी शिकायत

कानपुर
गोपाल टाकीज में स्थित प्राचीन राधा-कृष्ण मंदिर और धर्मशाला की जगह पर अपार्टमेंट बनता रहा लेकिन पुलिस, प्रशासन और कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) मूकदर्शक बना रहा। पिछले दिनों महापौर ने मंदिर हटाकर बन रहे निर्माण को रुकवा दिया था। पुलिस अफसरों को बुलाकर साफ कहा था कि निर्माण न होने दिया जाए लेकिन इस आदेश को हवा में उड़ा दिया गया। अंदर ही अंदर यहां अभी भी निर्माण कार्य जारी है। इसको लेकर क्षेत्रीय लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर शिकायत की है।

लोगों का कहना है कि धर्मशाला में शदियां और समारोह होते थे। लोग प्राचीन मंदिर के दर्शन करने आते थे। मंदिर और धर्मशाला हटाकर अपार्टमेंट बनाए जाने की शिकायत अफसरों से की लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अष्टधातु की मूर्तियां भी गायब हो चुकी हैं। महापौर ने बताया कि इस मामले में वह मंडलायुक्त और केडीए उपाध्यक्ष से बात करेंगी।

तीन दिन बाद भी नहीं मिली कब्जे वाले मंदिरों की सूची

महापौर ने मंदिरों पर हुए कब्जों की सूची तीन दिन पहले नगर निगम के अफसरों से मांगी थी लेकिन अब तक सूची उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसकी जगह जो पूजा स्थल शहर में हैं उनकी जोनवार सूची दे दी है। इसको लेकर महापौर ने नाराजगी जताई है। जल्द सूची तलब की है। उन्होंने कहा कि कब्जे वाले मंदिरों को सुरक्षित रखने के लिए सदन में प्रस्ताव लाया जाएगा। इसमें लापरवाही बरतने वाले अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।