मेरठ वाराणसी
मेरठ और वाराणसी के कई पेट्रोल पंपों का गला सोमवार से ही सूखने लगा था। मंगलवार को ऐसे पेट्रोल पंपों की संख्या बढ़ गई। दोपहर से कई पंपों पर लोगों को पूरी डिमांड से आधा तेल ही दिया जाने लगा। इससे दो दिन पंप बंद रहने की अफवाह भी उड़ी। रात तक कई तेल कंपनियों के पेट्रोल पंपों से लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा। डीजल-पेट्रोल के लिए लोग पंपों पर स्टाफ से भिड़ते दिखे। कुछ पंप संचालकों ने हालात भांपते हुए निर्धारित समय से पहले पंप बंद कर दिए।
वाराणसी शहर में निजी पेट्रोल पंप सोमवार को ड्राई हो गए। रिलायंस और एस्सार के पेट्रोल पंपों पर दोपहर बाद से पेट्रोल खत्म होने लगे। जिसके बाद शाम तक दोनो कंपनियों पर ग्राहकों को लौटाया जाने लगा। निजी पेट्रोल पंपों पर कुछ दिनों से जरूरत के अनुसार 50 से 60 फीसदी तेल ही पहुंच रहा है। बनारस में दोनो कंपनियों के सात पेट्रोल पंप हैं। वहीं इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंप सोमवार को तो सामान्य रूप से संचालित हुए लेकिन मंगलवार को कई पेट्रोल पंप सूखने लगे। इसके बाद भी अधिकारी किसी संकट से इनकार करते रहे।
मेरठ में निजी कंपनी रिलायंस और नायरा के अधिकांश पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं। पंपों पर नोटिस भी लगा दिए गए हैं। इसमें लिखा गया है कि कंपनी की ओर से सप्लाई न आने के कारण पंप बंद किए हैं। सप्लाई आने पर फिर से पंप शुरू होंगे। नायरा के दर्जनभर और रिलायंस के पांच पंप शहर में हैं। पेट्रोल पंप मालिकों के मुताबिक पूरे प्रदेश में निजी कंपनी के पंप बंद होने से सरकारी कंपनियों पर भार बढ़ गया, जिस कारण डीजल-पेट्रोल की किल्लत गहरा गई। रिलायंस व नायरा की ओर से पेट्रोल पर पांच व डीजल पर तीन रुपए का इजाफा किया गया है, जिसके बाद से आपूर्ति लड़खड़ा गई।