रायपुर
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हमेशा की तरह मोदी सरकार और छत्तीसगढ़ भाजपा मिलकर किसानों को बर्बाद करने का षड्यंत्र रच रही है। इस समय प्रदेश के किसानों को खाद की सर्वाधिक आवश्यकता है, मगर मोदी सरकार पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं करा रही है जिसके कारण प्रदेश का कृषक वर्ग परेशान हो रहा है। खरीफ सीजन के लिए भूपेश सरकार ने केंद्र से यूरिया, डीएपी, एनपीके, पोटाश और सुपरफास्फेट को मिलाकर कुल 13 लाख 70 हजार मीट्रिक टन खाद मांगा था, मगर अभी तक छत्तीसगढ़ को मात्र आधे ही खाद की सप्लाई हुई है। रवी सीजन में भी 7 लाख 50 हजार मीट्रिक टन उर्वरक की मांग में से 45 प्रतिशत की कटौती पहले ही कर दी गई थी और उसके बाद केवल 32 हजार मीट्रिक टन खाद भेजा गया था। भाजपा के छत्तीसगढ़ के नेता मोदी सरकार की गलतियों पर पर्दा डालने प्रदेश में झूठा बयान जारी कर रहे जबकि इनको केंद्र पर राज्य को पूरा खाद देने दबाव डालना चाहिये।
मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार कभी सेंट्रल पूल में चावल लेने से मना करती है तो कभी धान खरीदी के समय बारदाने का कृत्रिम संकट पैदा करती है। ऐसे में यह स्पष्ट होता है कि मोदी सरकार और भाजपा नहीं चाहती कि छत्तीसगढ़ के किसान समृद्ध हो। निरर्थक मुद्दों पर शोर मचाने वाले छत्तीसगढ़ भाजपा के 9 सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह इस विषय पर मोदी सरकार से सवाल क्यों नहीं करते? यह लोग किसानों से किस बात का बदला ले रहे हैं? छत्तीसगढ़ के इन नेताओं को स्पष्ट करना चाहिए कि यह लोग जानबूझकर षड्यंत्र कर रहे हैं या इनकी हिम्मत नहीं है मोदी सरकार के सामने किसानों की बात रखने की? किसान अन्नदाता है और राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं इसलिए किसानों के साथ इस प्रकार का छल राष्ट्रीय अपराध है। किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वायदा करने वाली मोदी सरकार अगर किसानों की राह का रोड़ा ना बने तो देश और प्रदेश का किसान इतना सक्षम है कि खुद की आय दोगुनी कर सकता है।