छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन योजना बहाल, राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में अब 7 हजार

रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा वर्ष 2022-23 का बजट बुधवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रस्तुत किया गया। भारत की आजादी की 75वीं सालगिरह के वर्ष में प्रस्तुत यह बजट मुख्य रूप से ग्राम केन्द्रित नयी अर्थव्यवस्था आधारित  छत्तीसगढ़ मॉडल में समाहित उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में मजबूत कदम है। बीते तीन वर्षों के दौरान सरकार द्वारा आजादी के मूल्यों एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करने की दिशा में सार्थक कदम उठाये गये हैं। यह बजट महात्मा गांधी के समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के मूल मंत्र को साकार करने का सुदृढ़ प्रयास है।

राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में 6 हजार वार्षिक सहायता राशि को आगामी वर्ष से बढ़ाकर 7 हजार प्रतिवर्ष कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल एवं छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली समस्त प्रतियोगी परीक्षाओं में छत्तीसगढ़ राज्य के स्थानीय प्रतिभागियों की परीक्षा फीस माफ की जाएगी।

राज्य के शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग का सम्मान करते हुए एन.पी.एस योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दिया गया है। विधायक निधि की राशि 2 करोड़ से बढ़ाकर 4 करोड़ करने का निर्णय  लिया गया है। पंचायत प्रतिनिधियों की विकास राशि में भी बढ़ोत्तरी की गई है।

बजट राज्य के किसानों, भूमिहीन कृषि मजदूरों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो की समृद्धि, गांवों की आर्थिक प्रगति, शिक्षा में गुणवत्ता एवं प्रगति के नवीन आयाम, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़े वर्गों के कल्याण, महिलाओं एवं बच्चों के सवार्गींण विकास, युवाओं को रोजगार एवं उद्यमिता के नवीन अवसरों के सृजन, शासकीय सेवकों के भविष्य को सुरक्षित करने, ग्रामीण एवं शहरी अधोसंरचना को तेजी से विकसित करने तथा जनता के लिए संवेदनशील प्रशासन की भावना के साथ प्रदेश के लोगों को समर्पित है।

बजट एक नजर में
कुल आय बजट अनुमान 2021-22 97145, बजट अनुमान 2022-23 1,04,000, कुल व्यय बजट अनुमान 2021-22 97,106, बजट अनुमान 2022-23 1,04,000, राजस्व व्यय बजट अनुमान 2021-22 83028, बजट अनुमान 2022-23 88372, पूंजीगत व्यय बजट अनुमान 2021-22 13839, बजट अनुमान 2022-23 15241, राजस्व आधिक्य (+) – घाटा (-) बजट अनुमान 2021-22 -3702, बजट अनुमान 2022-23 702, सकल वित्तीय घाटा बजट अनुमान 2021-22 17461, बजट अनुमान 2022-23 14600

आर्थिक स्थिति
स्थिर दर पर वर्ष 2020-21 की तुलना में चालू वर्ष 2021-22 के राज्य के सकल घरेलू उत्पाद मेंं 11.54 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है। राष्ट्रीय स्तर पर 9.2 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में यह अधिक है। वर्ष 2021-22 में स्थिर भाव पर कृषि क्षेत्र में 3.88 प्रतिशत वृद्धि, औद्योगिक क्षेत्र में 15.44 प्रतिशत वृद्धि और सेवा क्षेत्र में 8.54 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित। कृषि एवं सेवा क्षेत्र में राज्य की अनुमानित वृद्धि दर, राष्ट्रीय स्तर के समतुल्य एवं औद्योगिक क्षेत्र में अनुमानित वृद्धि दर राष्ट्रीय दर से 3.64 प्रतिशत अधिक है। प्रचलित भाव पर राज्य का सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 2020-21 में 3 लाख 52 हजार 161 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2021-22 में 4 लाख 61 करोड़ होना अनुमानित है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13.60 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2020-21 में प्रति व्यक्ति आय 1,05,778 की तुलना में वर्ष 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय 1,18,401 रुपए, जो कि गत वर्ष की तुलना में 11.90 प्रतिशत अधिक है।

बजट के मुख्य आकर्षण

कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था

सिंचाई सुविधाओं का विकास

ग्रामीण विकास गतिविधियां

रेशम एवं अन्य शिल्प गतिविधियां

पेयजल सुविधाएँ

शैक्षणिक सुविधाएँ

महिला एवं बाल विकास

स्वास्थ्य सुविधाएँ

वानिकी गतिविधियां

नगरीय सुविधाएँ

खेल एवं युवा कल्याण गतिविधियां

जनप्रतिनिधियों के माध्यम से स्थानीय विकास गतिविधियां

राजस्व एवं पुलिस प्रशासन

वर्ष 2021-22 का पुनरीक्षित एवं 2022-23 का बजट अनुमान

राजकोषीय स्थिति

कर प्रस्ताव