पीएम मोदी आज करेंगे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन

लखनऊ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज के कार्यक्रम के लिए व्यापक प्रबंध। वह जालौन जिले की उरई तहसील के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे।

रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार

जालौन के गांव कैथेरी में पीएम मोदी एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने आएंगे. ये एक्सप्रेसवे पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है. बड़ी बात ये है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास पीएम मोदी ने 20 फरवरी 2020 को किया था. तब इसके निर्माण का लक्ष्य 36 महीने का था. कोरोना महामारी के बावजूद ये एक्सप्रेसवे मात्र 28 महीने में बनकर तैयार है. एक खासियत ये भी है कि इस एक्सप्रेसवे परियोजना में अनुमानित लागत से 12.72 फीसदी कम ख़र्च हुआ है. यानी कम समय और कम ख़र्च में ये एक्सप्रेसवे बनाया गया है. इससे यूपीडा को लगभग 1132 करोड़ रुपये का फ़ायदा भी हुआ है.
प्रधानमंत्री ने 29 फरवरी, 2020 को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था। इस एक्सप्रेसवे का काम 28 महीने के भीतर पूरा कर लिया गया है और अब इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार केन्द्र सरकार देश भर में कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसकी एक प्रमुख विशेषता सड़क के बुनियादी ढांचे में सुधार लाने की दिशा में काम करना है। इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में प्रधानमंत्री द्वारा 29 फरवरी, 2020 को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया था। इस एक्सप्रेसवे का काम 28 महीने के भीतर पूरा किया गया है और अब इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा।

बयान के मुताबिक कुल 296 किलोमीटर लंबे इस चार लेन वाले एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के तत्वावधान में लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और आगे चलकर इसे छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है।

यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास गोंडा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव तक फैला हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है। यह एक्सप्रेसवे सात जिलों यानी चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है।

एक्सप्रेस वे के जरिए आयुर्वेद को बढ़ावा

वैसे सरकार की एक्सप्रेसवे के जरिए आयुर्वेद को बढ़ावा देने की भी तैयारी है. एक्सप्रेसवे के बीच में बने डिवाइडर में आयुर्वेद के मेडिसिनल पौधे लगाए जाएंगे, जिसका रखरखाव self help group की महिलाएं करेंगी. इससे ना केवल रोजगार बढ़ेगा बल्कि आयुर्वेद को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा डिवाइडर पर ही हरे रंग के रिफ्लेक्टर लगे हैं जिससे दूसरी तरफ चल रहे वाहनों से आती हुई लाइट आंखो में ना पड़े.

आज तक ने जालौन के रहने वालों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे आने से बुंदेलखंड मुख्य धारा से जुड़ जायेगा और सर्विस रोड की जरिए गांव वालों को भी दिक्कत नही होगी.

24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एम्बुलेंस सुविधा

क़रीब 300 किलोमीटर लम्बे इस एक्सप्रेसवे पर लोगों की सहूलियत के लिए 4 जन सुविधा केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा 4 पेट्रोल पंप भी बनाये जाएंगे. एक्सप्रेसवे पर जानवर न आने पाएं, इसके लिए दोनों तरफ कंटीली तारों वाला बाड़ लगाया गया है. इसके बावजूद अगर जानवर कभी सड़क पर आ गए तो कैटल कैचर वेहिकल की व्यवस्था की गई है जो जनवरों को पकड़ने का काम करेंगी. इसके अलावा 24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एम्बुलेंस सुविधा भी दी जाएगी. एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ 7 लाख पेड़ पौधे भी लगाए जाएंगे.

यहां ये जानना भी जरूरी है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश और निकासी के लिए कुल 13 जगहों पर इंटरचेंज की सुविधा दी गई है. एक्सप्रेस-वे निर्माण के तहत 4 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 छोटे पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 19 फ्लाई ओवर औऱ 224 अंडरपास का निर्माण हुआ है.

माना जा रहा है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इस इलाके की कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के ढेरों अवसर सृजित होंगे। बांदा और जालौन जिलों में इस एक्सप्रेसवे के समीप औद्योगिक कॉरिडोर बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है।

जालौन के पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर सुरक्षाकर्मियों द्वारा जिला मुख्यालय उरई के सभी होटल एवं रेस्टोरेंट पर सघन जांच पड़ताल अभियान चलाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि लोकार्पण स्थल पर होने वाली जनसभा में सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को पहुंचने की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है । इसके लिए ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान से लेकर अन्य उच्च अधिकारी भी तैयारी में लगे हैं।

उनका कहना था कि लाभार्थियों को जनसभा स्थल पहुंचने में दिक्कत ना हो इस को ध्यान में रखकर पूरे जनपद की नगर पालिका एवं नगर पंचायत मुख्यालय पर भी रोडवेज की बसें उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा ग्रामीण अंचल से लाभार्थियों को सभा स्थल पर ले जाने के लिए विकासखंड स्थल एवं ग्राम स्तर पर भी बसें पहुंचाई जा रही हैं।

उन्होंने बताया कि लोकार्पण में प्रधानमंत्री के स्वागत में बुंदेलखंड के बुंदेली कलाकारों को लगातार अपनी कला का प्रदर्शन करने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।