कैराना में 100 साल पुरानी है राजनीतिक लड़ाई, कभी थे एक ही परिवार आज मुकाबला हिंदू बनाम मुसलमान

लखनऊ
यूपी के कैराना में 100 साल पुरानी राजनीतिक लड़ाई आज भी जारी है। ये कभी एक ही परिवार थे, लेकिन आज इनके बीच हिंदू बनाम मुसलमान का मुकाबला हो गया है। अबसे करीब 120 साल पहले इनके एक पूर्वज ने इस्लाम धर्म अपनाया, जिसके बाद से ही प्रतिद्वंदता शुरू हो गई। बीजेपी ने यूपी चुनावों के लिए जब 107 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की, उसमें पार्टी ने कैराना से दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया। वहीं, सपा ने इसी सीट से मौजूदा विधायक निशाद हसन को अपना उम्मीदवार बनाया है।

हुकुम सिंह और मुनव्वर हसन का था मुकाबला
करीब 100 साल पहले सिंह और हसन एक ही परिवार के हिस्सा थे, जिसके मुखिया बाबा काल्सा थे। कैराना के रहने वाले सुहैब अंसानी ने बताया कि कुछ साल पहले तक हुकुम सिंह को हिंदुओं और नाहिद के पिता मुनव्वर हसन को मुसलमानों का नेता माना जाता था।

राजनीतिक लड़ाई अब नई पीढ़ी तक पहुंची
1990 के दशक से कैराना के इन परिवारों से लोग विधानसभा और लोकसभा का भी हिस्सा बने हैं। इस परिवार की सालों लंबी राजनीतिक लड़ाई अब नई पीढ़ी तक पहुंच गई है। 2017 के विधानसभा चुनाव में मुनव्वर के बेटे नाहिद ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका को हरा दिया था। इसके बाद 2018 के लोकसभा उपचुनाव में मृगांका को मुनव्वर हसन की पत्नी तबस्सुम हसन ने हराया।