
पटना
बिहार विधानसभा में सोमवार को सीपीआई-एमएल के सदस्यों ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर जमकर हंगामा किया। इस बीच विपक्षाी विधायकों ने फिल्म के टिकट को फाड़ दिया और वेल में आकर हंगामा करने लगे। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले राजद विधायक ललित यादव ने कहा कि राज्य के उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद की तरफ से सभी पार्टी के विधायकों व विधान पार्षदों को आज पटना में 'कश्मीर फाइल्स' फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया है। बीजेपी ऐसा कर विधानसभा पर जबरदस्ती अपना और आरएसएस का एजेंडा थोप रही है। उन्होंने कहा कि हमलोग ऐसा नहीं होने देंगे। इस फिल्म के जरिए बीजेपी दंगा फैलाना चाहती है। यह फिल्म आरजेडी और लेफ्ट के विधायक या विधान पार्षद देखने नहीं जाएंगे।
राजद विधायक रामप्रीत सदा ने कहा कि अत्याचारों को हिंदू और मुस्लिम के रूप में विभाजित नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, 'सरकार फिल्म के जरिए समाज को किस तरह का संदेश देना चाहती है, यह हमारी समझ से परे है। राजद विधायक राकेश रोशन ने कहा कि बेरोजगारी, कुपोषण या अशिक्षा पर फिल्म बनती तो और अच्छा होता। सीपीआईएमएल विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा कि विधानसभा का भगवाकरण नहीं होने देंगे। 'कश्मीर फाइल्स' बनी है तो गुजरात दंगा पर भी फिल्म बने। बिहार में हुए लक्ष्मणपुर बाथे, शंकर बिगहा नरसंहार पर भी फिल्म बने। स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के बार-बार सदस्यों से अपनी सीट पर जाने के लिए और फिल्म देखने के बाद ही उस पर टिप्पणी करने का अनुरोध किया, लेकिन विपक्ष वेल में आकर हंगामा करते रहे। आखिरकार सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। वहीं मंत्री जिबेश कुमार ने कहा कि फिल्म में केवल सच्चाई को दिखाया गया है और विपक्ष अपने एजेंडे के तहत इसका विरोध कर रहा है। विपक्ष के हंगामे के बीच एक महिला विधायक ने कहा कि सदन के सभी महिला विधायकों को इस फिल्म का एक-एक टिकट और मिलना चाहिए ताकि वो अपने पति के साथ जाकर कश्मीर फाइल्स फिल्म को देख सकें। डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने तुरंत कहा कि सभी महिला विधायकों को अतिरिक्त टिकट मुहैया कराया जाएगा।