रामपुर। उत्तर प्रदेश में सभी पार्टियां तेजी से चुनाव प्रचार कर रही हैं। वहीं बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) ने एक मुस्लिम उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारकर बड़ा दांव खेल दिया है। अपना दल (एस) ने यूपी के रामपुर जिले की स्वार सीट से हैदर अली खान को चुनाव मैदान में उतारा है। माना जा रहा है कि इसी सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम चुनाव मैदान में उतरें।
हैदर अली खान ने कांग्रेस छोड़कर अपना दल को चुने जाने के सवाल पर कहा कि उन्हें अपनी विधानसभा के लिए जो ठीक लगा,उन्होंने वही फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम से बहुत प्रभावित रहे हैं। बीजेपी और एनडीए की तरफ से पहले मुस्लिम प्रत्याशी होने पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि एनडीए और अपना दल ने मुझ पर भरोसा जताया है इसे बरकरार रखते हुए मैं ये सीट भारी मतों जीताकर दूंगा। बीजेपी गठबंधन के टिकट को टोकन की तरह इस्तेमाल करने पर जवाब देते हुए कहा कि मुस्लिमों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल समाजवादी पार्टी ने किया है, उनके नेता अपने फायदे के लिए दंगे भी करवाते हैं।
आजम पर हैदर ने लगाए गंभीर आरोप
आजम खान पर निशाना साधते हुए स्वार सीट से अपना दल प्रत्याशी हैदर अली खान ने कहा कि रामपुर में आजम खान कब्रिस्तान की मिट्टी उठाकर अपनी यूनिवर्सिटी लेकर गए हैं। आजम खान पर आरोप लगाते हुए हैदर अली ने कहा कि उन्होंने मजार और मस्जिद तोड़ी है, यदि ये किसी अन्य धर्म के आदमी ने किया होता तो दंगा हो जाता।
अपना दल से चुनाव लड़ने पर क्या बोले पिता और दादी?
अपना दल से चुनाव लड़ने पर परिवार की प्रतिक्रिया के बारे में हैदर अली ने कहा कि मेरे पिता और मेरी दादी ने मुझे वैसी ही आशीर्वाद दिया जैसे मुलायम सिंह यादव ने अपनी बहु अपर्णा यादव को दिया।
NDA ने खेला बड़ा दांव
अपना दल की ओर से यह ऐलान ऐसे वक्त हुआ है, जब अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाले अपना दल (एस) और संजय निषाद की निषाद पार्टी के साथ बीजेपी के सीट बंटवारे का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। बीजेपी के सहयोगी दल की ओर से किसी मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारना बीजेपी की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
शाही खानदान से ताल्लुक रखते हैं हैदर अली
हैदर अली खान रामपुर के शाही खानदान से ताल्लुक रखते हैं और उनके दादा जुल्फिकार अली खान रामपुर से पांच बार कांग्रेस पार्टी के सांसद रहे हैं। हैदर के पिता नवाब काजिम अली खान चार बार विधायक रहे हैं। काजिम अली इस वक्त स्वार के ही बगल में रामपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हैं। वहीं अब्दुल्ला आजम ने वर्ष 2017 में स्वार विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था औऱ जीता था।