वाराणसी
काशी विश्वनाथ मंदिर के इतिहास में जल्द ही एक और अध्याय जुड़ने जा रहा है। मंदिर के गर्भगृह की अंदर की दीवार भी स्वर्णजड़ित होगी। दक्षिणी भारत के एक स्वर्ण व्यवसायी ने सोना दान की इच्छा जतायी है। व्यवसायी की पहल पर मंदिर प्रशासन ने स्वर्ण पत्र जड़ने के संबंध में प्रस्ताव तैयार कराना शुरू कर दिया है।
बुधवार को दीवारों की मैपिंग व डिजाइनिंग भी की गई। विश्वनाथ मंदिर के शिखर पर महाराजा रणजीत सिंह ने स्वर्ण पत्र लगवाया है। वर्षों पूर्व लगे स्वर्ण पत्र धूमिल हो गए थे। विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पूर्व विशेषज्ञ कारीगरों की मदद से सोने की सफाई करायी गयी थी। अब स्वर्ण शिखर की चमक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को मोहित कर लेती है।
गर्भगृह के अंदर की दीवारें संगमरमर आदि पत्थरों से बनी हैं। आरती के कारण अंदर की दीवारों पर दाग भी लगते जा रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक विगत दिनों बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के बाद व्यापारी के मन में गर्भगृह के अंदर की दीवारों को स्वर्ण मंडित करने की इच्छा जागी।
व्यवसायी ने मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से संपर्क कर अपनी इच्छा रखी। इसके बाद मंडलायुक्त के आदेश पर कार्ययोजना तैयारी करायी जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक कई वर्ष पूर्व गर्भगृह के अंदर स्वर्ण पत्र लगाने का 50 करोड़ का इस्टीमेट बना था। तब बीएचयू आईआईटी के विशेषज्ञों ने दीवारों को अतिरिक्त भार सहने योग्य नहीं माना था। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि स्वर्ण मंडित कराने के संबंध में सर्वे चल रहा है।