हमर लैब में बहुत कम दरों पर जांच की सुविधा, रायपुर, जगदलपुर और बलौदाबाजार जिला अस्पताल में हो रही 90 तरह की जांच

रायपुर। यूनिवर्सल हेल्थ केयर की अवधारणा पर आगे बढ़ते हुए राज्य शासन लगातार स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कर रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव की अगुवाई में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए सरकारी अस्पतालों को ज्यादा साधन संपन्न बनाने के साथ ही मौजूदा सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है। लोगों को बहुत कम दरों पर पैथोलॉजी एवं अन्य जांच की सुविधा उपलब्ध कराने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था सीडीसी के तकनीकी सहयोग से रायपुर जिला अस्पताल में स्थापित प्रदेश का पहला अत्याधुनिक ‘हमर लैब’ वर्ष 2020 से काम कर रहा है। यहां मरीजों को 90 तरह की जांच की सुविधा किफायती दरों पर मिल रही है।

 

रायपुर जिला अस्पताल के बाद जगदलपुर और बलौदाबाजार जिला चिकित्सालय में स्थापित हमर लैब के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को 90 तरह की जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। राजनांदगांव जिले के मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी इसकी स्थापना की गई है। दूरस्थ अंचल में स्थापित इस हमर लैब से स्थानीय मरीजों को कम दर पर 35 तरह की जांच की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। जगदलपुर और बलौदाबाजार जिला अस्पताल तथा मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हमर लैब की स्थापना 2021 में की गई है। जिला चिकित्सालयों में संचालित हमर लैब में हेमेटोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, सीरोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, माइक्रोस्कोपी और इम्यूनोलॉजी से संबंधित सभी तरह की जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं। भविष्य में चरणबद्ध रूप से जिला अस्पतालों के हमर लैब में जांच की सुविधा को 90 से बढ़ाकर 120 और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की लैब में जांच की संख्या को 35 से बढ़ाकर 50 किया जाएगा। इन आधुनिक लैबौं में जांच की रिपोर्ट मरीजों को सीधे उनके मोबाइल पर मिल जाएगी। संबंधित अस्पताल से वे इसकी हॉर्डकॉपी भी प्राप्त कर सकते हैं।

 

प्रदेश में दूरस्थ वनांचल के बीजापुर और सुकमा के जिला अस्पतालों के साथ ही राजनांदगांव एवं दुर्ग जिला चिकित्सालयों में भी हमर लैब की सुविधा जल्द शुरू की जाएगी। चरणबद्ध रूप से प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों तथा एफ.आर.यू. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (First Referral Unit CHCs) में भी यह लैब स्थापित किया जाएगा। जिला अस्पताल के साथ ही आसपास के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संकलित सैंपलों का भी परीक्षण इन लैबों में किया जाएगा।