विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश में नहीं टलेगा? EC ने कहा- समय पर चाहते हैं सभी दल

लखनऊ
उत्तर प्रदेश में 3 तीन तक चुनावी तैयारियों का जायाजा लेने के बाद चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि सभी राजनीतिक दल यूपी में समय से चुनाव चाहते हैं। लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों से राय ली गई है। ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी की कोशिश की। पुलिस प्रशासन से भी इंतजाम पर बात की गई है।  मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ''सभी राजनीतिक दलों ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर चुनाव कराए जाएं। कुछ दलों ने रैलियों में कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर चिंता जाहिर की। महिलाओं मतदाताओं की सुरक्षा को लेकर और महिलाओं मतदाताओं की पहचान की व्यवस्था करने की भी सलाह दी गई है। कुछ दलों ने कुछ अधिकारियों पर पक्षपात का आरोप लगाया। अधिकतर राजनीतिक दलों ने धनबल, शराब आदि के प्रयोग को लेकर लेकर चिंता जाहिर की है।'' मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राजनीतिक दलों से चर्चा के बाद सभी एसपी, डीआईजी, कमिश्ननर से मिलकर हालात का जायजा लिया गया। इसके बाद सभी नोडल अधिकारियों से चर्चा की गई। सबसे अंत में मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य अधिकारियों से बातचीत की।

11 हजार बूथ बढ़ाए गए
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि यूपी में करीब 15 करोड़ वोटर हैं। यूपी में 52 लाख से ज्यादा नए वोटर्स हैं। 800 पोलिंग स्टेशन पर महिला पोलिंग अधिकारी की तैनाती होगी। चुनाव आयोग ने कहा कि 5 जनवरी तक फाइनल मतदाता सूची जारी होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोरोना की वजह से बूथों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या में कमी की गई है। इसके लिए पोलिंग बूथ की संख्या को 11 हजार तक बढ़ाया जाएगा।

बुजुर्गों-दिव्यांगों को घर पर वोटिंग की सुविधा
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार बुजुर्गों-दिव्यांगों और कोरोना संक्रमितों को घर से वोट करने की सुविधा दी जाएगी।