महादेव तालाब मामले में सरकार की हो रही है फजीहत, कलेक्टर स्थिति स्पष्ट करे – अजय

बीजापुर
कांग्रेस के युवा आयोग सदस्य अजय सिंह ने कलेक्टर बीजापुर को पत्र लिखकर बगैर टेंडर प्रक्रिया के अचानक महादेव तालाब का कार्य बीजापुर के स्थानीय ठेकेदार के द्वारा कार्य प्रारंभ करने के मामले पर भाजपा के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के द्वारा जिला प्रशासन एवं विधायक बीजापुर पर इसे लेकर भ्रष्टाचार एवं नियम के विपरीत बिना निविदा के करोड़ों के कार्य को किया जाना बताया गया, जिससे सरकार की छवि पर प्रभाव पड़ा है।
   
उन्होने पत्र में कहा कि बीजापुर की जनता के बीच सरकार एवं प्राशासन की छवि धूमिल हुई है। पूर्व मंत्री द्वारा विधायक को ठेकेदार एवं कलेक्टर बीजापुर को मुंशी स्वरूप काम करना बताया गया। पूर्व मंत्री के आरोपों पर जिला प्रशासन ने भी खंडन नही किया। बीजापुर की जनता को वास्तविकता बताना हमारा आपका कर्तव्य है। मेरा आपसे आग्रह है कि महादेव तालाब बीजापुर में कार्यस्थल पर साइन बोर्ड लगाकर कार्य की लागत, निर्माण एजेंसी का नाम, ठेकेदार का नाम निविदा की तारीख, कार्य पूर्ण होने की तारीख का उल्लेख कर साइन बोर्ड की स्थापना की जावे। जिससे बीजापुर की एवं बीजापुर पालिका के समस्त जनता को वास्तविकता की जानकारी हो। इससे स्पष्ट हो जायेगा कि भाजपा के आरोप तथ्यहीन एवं बेबुनियाद है।

उन्होने पत्र में कहा कि महादेव तालाब निर्माण जिसमे गहरीकरण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाना है, जिसमें गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। तत्कालिन कलेक्टर रितेश अग्रवाल के समय उक्त कार्य का निविदा आमंत्रित किया गया था। जिसमें मेरी जानकारी अनुसार रायपुर के किसी ठेकेदार ने उक्त कार्य को प्राप्त किया था, किन्तु किसी कारणवश कार्य नगर पालिका को स्थानान्तरित किया गया। जिसके कारण पुन: निविदा प्रक्रिया का पालन नगर पालिका बीजापुर द्वारा किया जा रहा है। इसी बीच अचानक महादेव तालाब का कार्य बीजापुर के स्थानीय ठेकेदार के द्वारा कार्य प्रारंभ करने पर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने आरोप लगाया है, जिसका जवाब दिया जाना चहिए।