कानपुर
ठेकेदार को फूंकने के बाद भी आरोपी ने अपना गुनाह कबूल नहीं किया है। पुलिस ने आरोपी बिल्डर और उसके मुंशी से पूछताछ की लेकिन वो अपना बयान बदलते रहे। पूछताछ में बिल्डर नहीं टूटा और पुलिस पूछताछ में बोला- मैंने किसी को नहीं मारा। ठेकेदार को जलाकर मारने के लिए पेट्रोल कहां से आया यह भी आरोपी ने नहीं बताया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आरोपियों को तोड़ने की कोशिश कर रही है जिससे पता लगाया जा सके कि फूंकने की घटना में कौन-कौन शामिल था। साथ ही पुलिस इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश में लगी है।
ठेकेदार राजेन्द्र पाल की जलाकर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार बिल्डर शैलेन्द्र श्रीवास्तव और उसका मुंशी राघवेन्द्र तिवारी देर रात तक पुलिस की पूछताछ में नहीं टूटे। दोनों लगातार यही कहते रहे कि हमने किसी को नहीं जलाया। कोई घटना नहीं की। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। बिल्डर और मुंशी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने बुधवार रात भर उन्हें चकेरी थाने में रखा। इस दौरान डीसीपी प्रमोद कुमार और एसीपी मृगांक शेखर पाठक ने दोनों से लम्बी पूछताछ की।
रात लगभग साढ़े 12 बजे बिल्डर और मुंशी ने कबूला कि हां, मारपीट हुई थी। उसके कुछ ही मिनट बाद दोनों पलट गए। पुलिस के मुताबिक, देर रात साढ़े तीन बजे तक पूछताछ होती रही मगर दोनों ने कोई बात नहीं कबूली। वे सिर्फ यही कहते रहे कि इसके बारे में हमें जानकारी नहीं मगर हमने किसी को नहीं मारा। दोपहर में पुलिस ने दोनों को कोर्ट में हाजिर किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।