लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश इकलौता राज्य है जहां परिषदीय स्कूलों में 50 लाख नये बच्चे बढ़ें हैं। गोरखपुर के विकास भवन में निपुण भारत मानीटरिंग सेन्टर का उद्घाटन करने के बाद योगी ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्ष के अन्दर बेसिक शक्षिा परिषद ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और तकनीक अपनाकर पारदर्शी तरीके से न केवल शक्षिको की भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया है बल्कि छात्रों और शक्षिक का अनुपात बेहतर किया है। दुनिया में यूपी संभवत: पहला ऐसा राज्य है जिसमें बेसिक शक्षिा परिषद में छात्रों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है और लगभग 50 लाख बच्चे नये बढ़े है। उन्होंने कहा कि 2017 में जब सरकार ने अपना दायत्वि संभाला था तो उस समय बेसिक शक्षिा परिषद में एक करोड़ 30 लाख बच्चें पंजीकृत थे और वद्यिालयों की स्थिति दयनीय थी।
शिक्षा की आधारभूत इकाई बेसिक शक्षिा परिषद ने तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए निपुण भारत योजना के अन्तर्गत जीआईएस आधारित वद्यिालय वार परफार्मेंस किट मैप, लर्निंग कम आउट मैप आधारित इस योजना का शुभारम्भ हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा जिसमें लाकडाउन के समय में भारी मात्रा में प्रवासी कामगार एवं श्रमिक अपने घरों को वापस चल दिये थे। राजस्व विभाग को निर्देश दिया गया था कि समस्याओं का समाधान करते हुए लाकडाउन को प्रभावी बनाया जाये। लोगों के लिए कम्यूनिटी किचन की व्यवस्था की गई थी। तकनीक की सहायता लेकर पूरे प्रदेश की कम्यूनिटी किचन की निगरानी की गयी। उन्होंने कहा कि निपुण भारत योजना शक्षिा की मूलभूत इकाई पर कार्य करेगी। ड्रापआउट समस्या का समाधान होगा तथा नई शिक्षा नीति को प्रभावी रूप से लागू करने में सहायक होगी। उन्होंने कहा कि निपुण भारत योजना से प्रदेश के वद्यिालयों को जोड़ने के लिए प्रेरित कर वद्यिालयों में अमूलचूल परिवर्तन करने में मदद मिलेगी।