लखनऊ
फार्मेसी कॉलेजों को एनओसी देने में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने पर प्राविधिक शिक्षा बोर्ड के सचिव सुनील कुमार सोनकर और प्राविधिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार को हटा दिया गया है। यह जानकारी प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने दी है। मंत्री आशीष पटेल ने बताया कि सुनील सोनकर पर आरोप हैं कि उन्होंने गलत तरीके से फार्मेसी कॉलेजों को एनओसी दी। इस मामले में शिकायत मिलने पर जांच कराई गई तो सुनील कुमार सोनकर को दोषी पाया गया। इसके अलावा निदेशक मनोज कुमार पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने बेटे को रायबरेली स्थित फिरोज गांधी पॉलिटेक्निक कॉलेज में अनियमित तरीके से प्रवक्ता के पद पर नियुक्ति करवाई है। इन दोनों के खिलाफ जांच चल रही है। प्राथमिक जांच में इनकी संलिप्तता पाई गई है।
मनोज कुमार को शोध विकास व प्रशिक्षण संस्थान का निदेशक बना दिया गया है। सुनील सोनकर को प्राविधिक शिक्षा मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया है। प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में लगभग एक हजार फार्मेसी कॉलेजों के लिए आवेदन आए थे। इनमें से लगभग 850 नए फार्मेसी कॉलेज खोलने के लिए एनओसी जारी कर दी गई थी। आशीष पटेल ने बताया कि इसमें एनओसी जारी करने में अनियमितता बरती गई।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक फार्मेसी कॉलेजों से शपथपत्र लेकर मानकों की चेकिंग करनी थी लेकिन कई को बिना शपथपत्र के ही एनओसी जारी कर दी गई और कई में शपथपत्र में घोषित मानकों की जांच भी नहीं की गई। मुख्यमंत्री तक इसकी शिकायत पहुंची तो जांच के आदेश दिए गए। प्राथमिक जांच में दोनों को दोषी पाया गया है। मंत्री आशीष पटेल ने बताया कि जिन कॉलेजों को एनओसी दी गई है उनकी जांच कराई जाएगी और यदि गड़बड़ियां मिलीं तो उनके खिलाफ भी एफआईआर करवाई जाएगी।