सीहोर जिला भी है अपराधों के ढेर पर…!

- बेखौफ है माफिया, अफसरशाही भी सख्त नहीं, इसलिए लगातार बढ़ रहे अपराध

सुमित शर्मा, सीहोर
9425665690
गुना जिले में हुई घटना ने एक बार फिर से सरकार एवं प्रदेश की कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है। अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें न तो कानून व्यवस्था से डर है और न ही उन्हें पुलिस का खौफ है। यही कारण है कि आए दिन अपराधी अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं। सीहोर जिला भी अपराधों के ढेर पर है। यहां पर कभी भी कोई बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। दरअसल सीहोर जिले में जंगली-जानवरों का शिकार करने वाले शिकारी तो कम हैं, लेकिन यहां पर दूसरे शिकारी ज्यादा हैं। ये शिकारी खुलेआम शिकार कर रहे हैं फिर भी किसी को नहीं दिख पा रहे हैं। इनके हौंसले भी इतने बुलंद हैं कि ये भी पुलिस को अपना शिकार बना चुके हैं, लेकिन फर्क इतना रहा कि कोई पुलिसकर्मी मारा नहीं गया, इसलिए इन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई।
सीहोर जिला कहने को तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है। मुख्यमंत्री का गृह जिला होने के कारण जिला एवं पुलिस प्रशासन अपने पॉवर का पूरा उपयोग नहीं कर पाते हैं। वे सख्ती भी नहीं कर पाते हैं। यही कारण है कि जिलेभर में अराजकता का माहौल है। इस अराजकता के कारण अपराध एवं गुनाह तेजी से बढ़ रहे हैं। अपराध तो अपराध होता है, लेकिन इसके बाद भी इन अपराधों पर अधिकारियों ने पर्दा डाल रखा है। सीहोर जिले में जमकर अवैध उत्खनन माफिया दिन-रात अवैध उत्खनन कर रहा है। सरकारी सिस्टम में बैठे लोग जमकर रिश्वत खा रहे हैं, आम जनता को लूट रहे हैं, लेकिन ये अपराध किसी की नजर में नहीं आ रहे हैं। अवैध उत्खनन माफिया के हौंसले इतने बुलंद है कि वह कई बार सीहोर जिला पुलिस पर हमला कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी बेखौफ घूम रहे हैं। बुदनी विधानसभा में यह स्थिति कुछ ज्यादा ही है। नियमों के विरूद्ध खुलेआम मुख्य सड़कों के किनारे के्रशर मशीनें संचालित हैं, जंगलों को खुलेआम काटा जा रहा है। जंगली जानवरों के रहने वाले जंगलों पर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। क्या सीहोर जिले के अपराधियों पर तब ही कोई कार्रवाई होगी, तब वे दो-चार पुलिसकर्मियों एवं लोगों को मारेंगे या उससे पहले इन्हें कोई सबब सिखाया जाएगा।

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