
सीहोर। सीहोर जिले में वर्ष 2022-23 के लिए आबकारी विभाग ने 240 रुपए का लक्ष्य तय किया था, लेकिन लक्ष्य से करीब 16 करोड़ रुपए कम में शराब के ठेके निष्पादित किए गए हैं। जिलेभर में 224 करोड़ 83 लाख रुपए में शराब की दुकानों को नीलाम किया गया है। सीहोर के छावनी समूह 31.24 एवं चौक समूह 28.35 प्रतिशत कम में गए हैं। आखिरी दिन तक इनके लिए कोई बड़े ठेकेदार ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी 2-3 बार की गई थी।
सरकार ने इस बार सीहोर जिले को जो लक्ष्य दिया था उससे 16 करोड़ रुपए कम में शराब की दुकानों की नीलामी की गर्इं हैं। आबकारी विभाग ने जिले के 20 मदिरा समूहों के नवीनीकरण किए हैं, जबकि 2 मदिरा समूहों के लिए ई-टेंडर बुलाए गए थे। नवीनीकरण किए गए मदिरा समूहों के लिए आरक्षित मूल्य 184 करोड़ 78 लाख के करीब तय किया गया था, जो कि वर्ष 2021-22 के लक्ष्य से लगभग 22 प्रतिशत अधिक में गए हैं। इसी तरह 2 मदिरा समूहों चौक समूह एवं छावनी समूह के लिए ई-टेंडर प्रक्रिया की गई थी। इसके लिए वर्ष 2022-23 के लिए आरक्षित मूल्य 56 करोड़Þ के करीब तय किया गया था, जो वर्ष 2021-22 के लक्ष्य 47 करोड़ से अधिक था, लेकिन वर्ष 2022-23 के लक्ष्य से 29.97 प्रतिशत कम में निष्पादित किए गए हैं।
दो मदिरा समूहों से हुआ घाटा-
आबकारी विभाग ने छावनी समूह की देशी मदिरा दुकान छावनी सीहोर, विदेश मदिरा दुकान बस स्टैंड सीहोर, विदेश मदिरा दुकान मंडी सीहोर के लिए निर्धारित आरक्षित मूल्य 31 करोड़ 41 लाख के करीब तय किया था। इसके लिए सबसे उच्चतम टेंडर 21 करोड़ 60 लाख प्राप्त हुए थे। यानी की आरक्षित मूल्य से 31.24 प्रतिशत कम आए थे। इसी तरह चौक समूह की विदेशी मदिरा दुकान चौक सीहोर, देशी मदिरा दुकान कस्बा सीहोर, डोहर मोहल्ला सीहोर के लिए आरक्षित मूल्य 24 करोड़ 70 लाख के करीब तय किए थे। इसके लिए उच्चतम टेंडर 17 करोड़ 70 लाख के प्राप्त हुए थे। यानी कि 28.35 प्रतिशत कम में यह समूह निष्पादित किया गया है।
आबकारी विभाग ने 51 प्रकरण में चार लाख से अधिक की अवैध मदिरा जप्त की