कोलंबो
श्रीलंका में आर्थिक संकट और आपातकाल के बीच सेंट्रल बैंक के गवर्नर ने इस्तीफा दे दिया है. अजीत निवार्ड कबराल (Ajith Nivard Cabraal) ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को अपना इस्तीफा सौंपा है. इससे पहले श्रीलंका में सभी मंत्रियों ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था.
कबराल ने लिखा, सभी मंत्रियों के इस्तीफा को देखते हुए उन्होंने CBSL के गवर्नर के पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति राजपक्षे को सौंप दिया. इससे पहले कबराल को कैबिनेट मीटिंग में बुलाया गया था और उनसे बैंक की नीतियों को लेकर सवाल किए गए थे. इस दौरान कुछ मंत्रियों के साथ विवाद भी हुआ था.
उधर, राष्ट्रपति राजपक्षे ने सभी पार्टियों से अपील की है कि संसद का प्रतिनिधित्व करने वाली सभी राजनीतिक दल मंत्रिपद स्वीकार करें और राष्ट्रीय संकट को दूर करने के लिए समाधान खोजने के लिए साथ आएं.
'आर्थिक और वैश्विक वजहों से हुआ मौजूदा संकट'
राष्ट्रपति की मीडिया डिवीजन ने कहा, कई आर्थिक और वैश्विक कारणों की वजह से मौजूदा संकट पैदा हुआ है. एशिया का लोकतांत्रिक देश होने के नाते हमें इसका हल भी लोकतांत्रित तरीके से खोजना होगा. राष्ट्रपति ने सभी पार्टियों को एक साथ आकर राष्ट्रीय संकट के समाधान के लिए काम करने की अपील की है.
श्रीलंका आर्थिक संकट का सामना कर रही है. उसके सामने कई चुनौतियां खड़ी हैं. यहां तक की देश में खाद्य पदार्थों की भी भारी कमी होने लगी है. लोगों के पास खाना नहीं है, रसोई गैस उपलब्ध नहीं हो पा रही है. कागज की किल्लत की वजह से छात्रों की परीक्षाओं को रद्द किया जा रहा है, बिजली बचाने के लिए स्ट्रीट लाइट बंद की जा रही हैं.
इन सबके बीच रविवार को कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने पीएम महिंदा राजपक्षे को अपना इस्तीफा सौंप दिया. अभी तक पीएम ने अपना इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन सभी मंत्रियों की तरफ से इस्तीफा दे दिया गया है. इतना ही नहीं पीएम के बेटे नमल राजपक्षे ने भी इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा, मैं सभी विभागों से इस्तीफा दे दिया है. उम्मीद है कि इस कदम से देश में स्थिरता पैदा हो पाएगी.