इस्लमाबाद
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा को बर्खास्त करने की नाकाम कोशिश की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान को अपने प्रयास में असफलता हाथ लगी, क्योंकि रक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया। इस मीडिया रिपोर्ट पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। मीडिया रिपोर्ट में बाजवा का नाम नहीं लिया गया। हालांकि, यह कहा गया है कि खान ने एक सीनियर अधिकारी को हटाने की मांग की थी, जो प्रधानमंत्री के घर पर खास से मिलने हेलीकॉप्टर में पहुंचे थे। रिपोर्ट के अनुसार, बाजवा और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने शनिवार देर रात खान के साथ बैठक की, इसके कुछ ही समय पहले 69 वर्षीय खान को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव से बेदखल कर दिया गया था।
इमरान के घर पहुंचे दो बिन बुलाए मेहमान
रिपोर्ट के मुताबिक, दो बिन बुलाए मेहमान शनिवार की रात हेलीकॉप्टर से प्रधानमंत्री आवास पहुंचे, जो असाधारण सुरक्षा के घेरे में था। करीब 15 मिनट तक खान से निजी तौर पर इनकी मुलाकात हुई। इस बैठक से एक घंटे पहले खान ने बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी को हटाने का आदेश दिया था। हालांकि, इस वरिष्ठ अधिकारी को बर्खास्त करने और उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई।
बाजवा को हटाने से खान को होता यह फायदा!
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि खान हेलीकॉप्टर आने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उनका मानना था कि इसमें उनके नए नियुक्त अधिकारी होंगे। खान ने यह भी उम्मीद की थी कि बाजवा को बर्खास्त करने से उन्हें नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर काबू पाने में मदद मिलेगी, जिसका आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था। ऐसा कुछ नहीं हुआ और खान को निराश होना पड़ा।