यूक्रेन संकट के बीच बातचीत को तैयार, बाइडेन और पुतिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में होंगे रूबरू

- क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने इसकी पुष्टि की और कहा कि दोनों के बीच बातचीत होगी। रूस इस बात पर अडिग है कि अमेरिका गारंटी दे कि यूक्रेन को नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल नहीं किया जाएगा।

यूक्रेन। यूक्रेन की सीमा पर रूस के सैनिकों की तैनाती को लेकर अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते तनाव के बाद मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन टेलीफोन पर बातचीत करेंगे। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने इसकी पुष्टि की और कहा कि बातचीत शाम में होगी। रूस इस बात पर अडिग है कि अमेरिका गारंटी दे कि यूक्रेन को नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल नहीं किया जाएगा।
यूक्रेन सीमा पर 70 हजार से अधिक रूसी सैनिक तैनात-
बाडइेन प्रशासन के एक अधिकारी के अनुसार अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने पता लगाया है कि रूस ने यूक्रेन के साथ लगती सीमा पर करीब 70 हजार सैनिकों की तैनाती की है। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भी संसद में कहा है कि अगले वर्ष की शुरुआत में रूस ने संभावित आक्रमण की योजना बनाई है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि यूक्रेन तनाव बढ़ाने वाला कोई कदम नहीं उठाएगा, लेकिन हमला होने पर जवाबी कार्रवाई जरूर करेगा।
अमेरिकी अधिकारियों ने रूस को दी चेतावनी-
अमेरिका के अधिकारियों और पूर्व अमेरिकी राजनयिकों का कहना है कि रूस के राष्ट्रपति जहां संभावित आक्रमण की तैयारियां कर रहे हैं, वहीं यूक्रेन की सेना पहले की तुलना में ज्यादा हथियारबंद एवं तैयार है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने से रूस की अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंचेगा।
यूक्रेन को रूस के हमले का डर-
यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि रूस अगले महीने आक्रमण कर सकता है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने कहा कि यूक्रेन और क्रीमिया के पास रूस के सैनिकों की अनुमानित संख्या 94,300 है और चेतावनी दी कि जनवरी में युद्ध भड़क सकता है। क्रेमलिन ने कहा कि बाइडन के साथ फोन पर बातचीत में पुतिन इस बात की गारंटी चाहेंगे कि यूक्रेन को नाटो के विस्तार में शामिल नहीं किया जाए।
यूक्रेन के समर्थन में उतरा नाटो-
अमेरिका समर्थित पश्चिमी देशों के सैन्य संगठन नाटो ने यूक्रेन के समर्थन का ऐलान किया है। ब्रसेल्स स्थित नाटो के कार्यालय ने कई बार बयान जारी कर रूस के आक्रामक बर्ताव की निंदा की है। हालांकि, यूक्रेन नाटो का पूर्ण सदस्य नहीं है, ऐसे में नाटो चाहते हुए भी सीधे तौर पर सैन्य कार्रवाई में शामिल नहीं हो सकता है। नाटो देश यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं।