ओटावा
कनाडा में जिस तरह से ट्रक संचालकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया था। ट्रक संचालकों के प्रदर्शन के चलते कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आपातकाल शक्तियों को लागू कर दिया था। लेकिन ट्रक संचालकों के प्रदर्शन के खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री ने आपातकाल शक्तियों को वापस ले लिया है। प्रधानमंत्री ने अपने बयान में हा थाकि आज हम यह पुष्टि करने के लिए तैयार हैं कि अब आपात स्थिति नहीं है। लिहाजा सरकार इमरजेंसी एक्ट के इस्तेमाल को खत्म कर रही है। हालांकि चुनौती अभी भी बरकरार है लेकिन यह उतनी गंभीर नहीं है। गौर करने वाली बात है कि ट्रक संचालन कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंध को वापस लिए जाने की मांग कर रहे थे।
ट्रक संचालकों के लिए वैक्सीन की अनिवार्यता के खिलाफ ट्रक संचालकों ने मोर्चा खोल दिया था। ट्रक संचालकों ने सरकार को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया था। कई दिनों तक ट्रक संचालक सड़क पर प्रदर्शन करते रहे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमे इस बात का विश्वास है कि मौजूदा कानून लोगों को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त है। गौर करने वाली बात है कि कनाडा के प्रधानमंत्री ने 9 दिन पहले आपात शक्तियों के इस्तेमाल का ऐलान किया था। कनाडा के इतिहास में दूसरी बार इन शक्तियों का इस्तेमाल किया गया है। इन शक्तियों के फाइनल स्वीकृति अभी भी संसद में लंबित थी लेकिन उससे पहले ही प्रधानमंत्री ट्रूडो ने इस खत्म करने का फैसला ले लिया।
ट्रक संचालकों के प्रदर्शन के खत्म होने के बाद कई सीमाओं पर क्रॉसिंग को फिर से खोल दिया गया है। गौर करने वाली बात है कि कुछ हफ्तों के लिए कनाडा चर्चा का विषय बना हुआ था। हजारों प्रदर्शनकारी कोरोना प्रतिबंधों के विरोध में अमेरिका के बॉर्डर के पास इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे थे। ट्रक संचालक और उनके समर्थकों ने कई दिन तक बॉर्डर क्रॉसिंग को बंद कर रखा था, जिसमे विंडसोर और डेट्रोइट के बीच ब्रिज भी शामिल था। जिसकी वजह से अहम ट्रेड रूट बाधित हो रहा था, जिसका असर ऑटोमोबाइल इंजीनियर पर भी देखने को मिला था।