नई दिल्ली
चीन और पाकिस्तान के बीच की सदाबहार दोस्ती की एक वजह यह भी है कि दोनों ही देश भारत के खिलाफ रहते हैं। चीन और पाकिस्तान के प्रोजेक्ट सीपीईसी का भारत हमेशा से विरोध करता आया है। अब सीपीईसी की आड़ में चीन पाकिस्तानी सेना के लिए अंडरग्राउंड बंकर भी बनाने लगा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में 10 से 12 चीनी सैनिकों को शारदा के पास देखा गया था जो कि अब पीओके में है।
इसी तरह नीलम घाटी में भी केल के पास चीन के इंजीनियरों को देखा गया जो कि पाकिस्तान के लिए बंकर बना रहे थे। यह जगह केल के दक्षिण पूर्व में 12 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से आतंकवादी भी भारत में घुसपैठ की कोशिश करते रहते हैं। वहीं चीन के सैनिकों को बलूचिस्तान और सिंध में भी देखा गया है। बलूचिस्तान के केंद्र में जहां पाकिस्तान की मिसाइल रेजिमेंट है, वहां भी ऐसे ही निर्माण हो रहे हैं।
यह अब तक साफ नहीं हो पाया है कि आखिर पीएलए पाकिस्तानी सेना के लिए यह निर्माण क्यों कर रही है।यह भी हो सकता है कि सीपीईसी प्रोजेक्ट में हो रही देरी और भारत के विरोध को देखते हुए वह पाकिस्तान के साथ मिलकर तैयारी कर रहा हो। वहां रहने वाले स्थानीय लोगों को इस प्रोजेक्ट के बारे में बहुत जानकारी नहीं है। ऐसे में पाकिस्तानी सरकार ने उनकी जमीनों को छीन लिया और इस पर अब चीन राज कर रहा है।
चीन और पाकिस्तान सदाबहार दोस्त, हर मुद्दे पर दिखते हैं साथ
चीन और पाकिस्तान की दोस्ती हर मुद्दे पर दिखायी देती है। चाहे वह यूक्रेन और रूस के युद्ध का मुद्दा रहा हो या ताइवान का। पाकिस्तान चीन के साथ खड़ा रहता है। इसके पीछे बड़ी वजह यह भी है कि पाक को अच्छी तरह पता है कि दुनियाभर के देशों में उसकी छवि और हैसियत कुछखास नहीं है। वहीं भारत से वह दुश्मनी रखता है। ऐसे में अगर कोई उसका साथ दे सकता है तो चीन ही है। हालांकि खराब अर्थव्यवस्था के बीच चीन ऐसी कोई मदद नहीं दे रहा है जिससे पाकिस्तान इस संकट से उबर सके।