कीव।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार जारी है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख का कहना है कि ज़ापोरिज्जिया स्थित यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र रूसी हमले में क्षतिग्रस्त हो गया है। आईएईए के महानिदेशक ने शुक्रवार को परिसर में हुई गोलाबारी के बाद इसकी स्थिति के बारे में चेतावनी जारी की है। राफेल मारियानो ग्रॉसी ने एक बयान में कहा, "मैं यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र में कल की गई गोलाबारी से बेहद चिंतित हूं। यह एक परमाणु आपदा के वास्तविक जोखिम को रेखांकित करता है। यह यूक्रेन और उसके बाहर सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण को खतरे में डाल सकता है।"
ग्रॉसी ने कहा कि यूक्रेन ने रिएक्टरों को कोई नुकसान नहीं होने और कोई रेडियोलॉजिकल रिलीज नहीं होने की सूचना दी थी, लेकिन यह सैन्य कार्रवाई अस्वीकार्य है। उन्होंने इसे हर कीमत पर टालने की अपील की है। उन्होंने कहा, "आगे कोई भी सैन्य गोलाबारी संभावित विनाशकारी परिणामों के साथ आग से खेलने जैसाी होगी।"
युद्ध शुरू होने के बाद पहला विदेशी ध्वज वाला जहाज यूक्रेन पहुंचा
यूक्रेन के बुनियादी ढांचे के मंत्री ऑलेक्ज़ेंडर कुब्राकोव ने कहा है कि युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार एक विदेशी ध्वज वाला जहाज यूक्रेन पहुंचा है। यह जहाज अनाज से लदा है। बारबाडोस के झंडे के साथ एक सामान्य मालवाहक जहाज फुलमार एस यूक्रेन के चोर्नोमोर्स्क बंदरगाह पर खड़ा किया गया है। कुब्राकोव ने फेसबुक पर लिखा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ कर रहे हैं कि हमारे बंदरगाह पर अधिक से अधिक जहाज आएं और हम उन्हें संभाल सकें। हम दो सप्ताह में प्रति दिन कम से कम तीन से पांच जहाजों तक पहुंचने के लिए योजना बना रहे हैं।”
यूक्रेन को उम्मीद- उत्तरी मैसेडोनिया से मिलेंगे टैंक और विमान
यूक्रेन के राष्ट्रपति के वरिष्ठ सहयोगी मायखाइलो पोडोलीक ने कहा कि उत्तर मैसेडोनिया रूस के आक्रमण को रोकने में मदद करने के लिए यूक्रेन को टैंक और विमानों की आपूर्ति करने के लिए सहमत हो गया है। पोडोलीक ने ट्विटर पर लिखा, "जी20 के आधे से अधिक राष्ट्र आज साहस दिखा रहे हैं। उत्तरी मैसेडोनिया की तरह यूक्रेन को टैंक और विमानों के रूप में सहयोग कर रहे हैं।” उत्तरी मैसेडोनिया के रक्षा मंत्रालय ने पिछले हफ्ते पुष्टि की कि वह यूक्रेन को सोवियत युग के टैंकों की आपूर्ति करेगा, लेकिन विमानों के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा है।