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पूर्वी यूक्रेन में जबरदस्त गोलाबारी के बाद हजारों लोग अपने घर को छोड़कर भाग रहे हैं और सुरक्षित स्थानों की तरफ बढ़ रहे हैं। पूर्वी यूक्रेन में शनिवार को तोप से भी गोले दागे गये हैं, जिसके बाद अराजक स्थिति बन चुकी है और हजारों स्थानीय निवासी अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तरफ भाग रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ये गोलाबारी रूस समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेन की सेना के बीच हो रही है और अमेरिका ने कहा है कि, रूस इसी बहाने के इंतजार में था और इस फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन के जरिए कभी भी रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है।
पूर्वी यूक्रेन में क्यों भड़का है तनाव पूर्वी यूक्रेन में क्यों भड़का है तनाव दरअसल, पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी काफी तादात में हैं और उन्हें लगातार रूस से समर्थन मिलता रहता है। इन रूसी अलगाववादियों की यूक्रेन की सरकार के साथ काफी लंबे अर्से से लड़ाई चल रही और इन दिनों, जब रूस और यूक्रेन के बीच तनाव चरम पर है, उस वक्त पूर्वी यूक्रेन में हिंसा काफी तेज हो चुकी है। रूसी अलगाववादियों ने बगैर सबूत दावा किया है कि, यूक्रेन अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र से बड़े पैमाने पर हमले की योजना बना रहा है। लेकिन, पश्चिमी देशों ने इसे एक भद्दा मजाक बताया है और कहा है कि, जब रूस के 2 लाख से ज्यादा सैनिक यूक्रेन की सीमा पर हमले के लिए तैयार बैठे हैं, क्या उस दौरान यूक्रेन की सीमा अपने विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम देगी? वहीं, यूक्रेनी अधिकारियों ने इस दावे को "एक सनकी रूसी झूठ" बताकर इसे खारिज कर दिया है।
रूसी सीमा पर जा रहे शरणार्थी रूसी सीमा पर जा रहे शरणार्थी यूक्रेन की सेना और अलगाववादी नेता, एक दूसरे पर तनाव भड़काने का ठीकरा फोड़ रहे हैं। इस बीच अलगाववादी नेताओं ने शनिवार को महिलाओं और बच्चों से तनाव वाले क्षेत्रों को खाली करने को कहा है और विद्रोहियों ने युवाओं से यूक्रेन के खिलाफ हथियार उठाने की अपील की है। चश्मदीदों के मुताबिक, पूर्वी यूक्रेन में महिलाओं और बच्चों में भारी दहशत है और सैकड़ों बसों में भरकर लोग पूर्वी यूक्रेन को खाली कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बसों में शरणार्थी भरकर रूस की सीमा के पास आ रहे हैं, जहां पर उनके रहने के लिए शिविर बनाए गये हैं।