नई दिल्ली
इंडियन नेशनल कल्चरल सेंटर ने 30 अप्रैल को मॉस्को में दूसरा SITA बॉलीवुड फिल्म फेस्टिवल आयोजित किया। इस फेस्टिवल का आयोजन मॉस्को के दूसरे सबसे बड़े सिनेमाघर में हुआ और इसमें 600 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में 'रनवे 34' की स्क्रीनिंग भी हुई है। मॉस्को में इंडिया टुडे से बात करते हुए SITA के अध्यक्ष सैमी कोटवानी ने कहा है कि फेस्टिवल की सबसे अच्छी बात है कि बॉलीवुड के गीतों पर रूसी डांसर डांस कर रहे हैं। यह देखकर अच्छा लग रहा है कि वो वक्त लौट रहा है जब भारतीय सिनेमा की रूस में धूम होती थी।
रूस में फिर जगह बना सकता है भारतीय सिनेमा
रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारतीय समुदाय ऐसे समय में भारतीय सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रहे हैं जब रूसी सिनेमाघरों में एक खालीपन महसूस किया जा सकता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि चूंकि हॉलीवुड ने यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रमण पर कार्रवाई की है और प्रमुख स्टूडियो ने रूसी सिनेमाघरों में अपनी फिल्मों की रिलीज रोक दी है। इसके साथ ही नेटफ्लिक्स, डिस्कवरी, वार्नरमीडिया और अमेजन जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने भी रूस में भी अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं। ऐसे में भारतीय सिनेमा के लिए रूस में एक बार फिर स्कोप दिख रहा है।
भारतीय फिल्म उद्योग के लिए मौका?
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से मॉस्को में भारतीय सिनेमा का एक बार फिर स्वागत किया जा रहा और फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है। एक वक्त था जब रूसी लोगों के जबान पर राज कपूर और शशि कपूर जैसे नाम थे। ये लोग रूस के घर-घर में जाने-पहचाने जाते थे। भारतीय सिनेमा को रूस में स्क्रीनिंग की कोई दिक्कत नहीं दिख रही है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि रूस चाहता है कि बॉलीवुड रूस में आकर सिनेमा बनाए। लेकिन रूस में शूट की गई फिल्मों को दुनियाभर में बहिष्कार का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारतीय फिल्म उद्योग को संभलकर कदम उठाने की जरूरत है।