काबुल
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को फटकार लगाते हुए कहा है कि, वो अफगानों का वकील बनना बंद करे और अफगानिस्तान के मामलों पर बोलना बंद करें। हामिद करजई ने साफ तौर पर कहा है कि, इमरान खान अपने स्वार्थ को लिए अफगानिस्तान को लेकर प्रोपेगेंडा चला रहे हैं और उन्हें फौरन अफगानिस्तान का वकील बनना बंद करना चाहिए। इमरान खान को फटकार इमरान खान को फटकार अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से दुष्प्रचार से दूर रहने और अफगानों की ओर से बोलना बंद करने को कहा है।
हामिद करजई ने एक के बाद एक कई ट्वीट में इमरान खान को जमकर फटकार लगाई है और कहा कि, "अफगानिस्तान से पाकिस्तान की धमकी एक साफ प्रोपेगेंडा है, जबकि हकीकत ये है कि आईएसआईएस का खतरा पाकिस्तान से अफगानिस्तान की तरफ है''। यानि, हामिद करजई ने साफ तौर पर कहा कि, इमरान खान झूठ बोलते हैं कि, अफगानिस्तान से पाकिस्तान में आतंकवाद का खतरा है, जबकि हकीकत ये है कि, पाकिस्तान में आईएसआईएस-खुरासन को ट्रेनिंग दी गई है, जो अफगानिस्तान में हमले कर रहे हैं। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई इमरान खान के उस संबोधन से भारी नाराज हैं, जो इमरान खान ने इस्लामिक देशों के साथ बैठक में दिया है।
प्रोपेगेंडा फैलाते इमरान खान प्रोपेगेंडा फैलाते इमरान खान हामिद करजई ने ओआईसी में इमरान खान द्वारा अफगानिस्तान को लेकर दिए गये बयान पर गहरी आपत्ति जताई है और पाकिस्तान को अफगानिस्तान के अंदरूनी मामलों से दूर रहने के लिए कहा है। हामिद करजई ने कहा कि, इमरान खान और पाकिस्तान, फौरन अफगानिस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार करना बंद करे और अफगानिस्तान के 'आंतरिक' मामलों से दूर रहे। आपको बता दें कि, रविवार को इमरान खान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की परिषद के 17 वें सत्र में अपने संबोधन में चेतावनी दी थी, कि अगर दुनिया समय पर कार्रवाई करने में विफल रही तो अफगानिस्तान संभावित रूप से "सबसे बड़ा मानव निर्मित संकट" बन सकता है। अफगानिस्तान पर बार-बार बोलते इमरान खान हालात ये हैं कि, दिवालिया होने के कगार पर खड़े पाकिस्तान के बारे में बात नहीं करके इमरान खान और उनके मंत्री हर वक्त अफगानिस्तान की बात करते रहते हैं।
ओआईसी की बैठक में भी इमरान खान ने अफगानिस्तान में शिक्षा, स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र के बारे में बात की और कहा कि, "अगर दुनिया कार्रवाई नहीं करती है, तो यह सबसे बड़ा मानव निर्मित संकट होगा, जो हमारे सामने सामने आ रहा है।" जबकि, पाकिस्तान के हालात काफी खराब हो चुके हैं और एक डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान रूपया रसातल में जा चुका है। अभी एक डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 180 पर चला गया है, लेकिन इमरान खान को अपने देश की फटेहाल स्थिति से मानो कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। वहीं, अफगानिस्तान पर ओआईसी की बैठक में तुर्की के विदेश मंत्री मेव्लुत सावुलू ने कहा कि, स्थिरता हासिल करने के लिए "तालिबान के साथ काम करना आवश्यक है"।