जेरूसलम
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शेख जर्राह का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामले में इजरायली पुलिस ने पूर्वी जेरूसलम के संवेदनशील इलाके शेख जर्राह में एक फिलिस्तीनी परिवार के घर को ध्वस्त कर दिया है। बता दें कि पिछले साल मई में शेख जर्राह से फिलिस्तीनी परिवारों की बेदखली के बाद इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों तक युद्ध चलता रहा था। इजरायली पुलिस ने कहा है कि पूर्वी यरुशलम से विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए एक स्कूल के लिए निर्धारित मैदानों पर बनी अवैध इमारतों को हटाने का काम पूरा कर लिया गया है। पुलिस ने कहा है कि अवैध जगहों पर रहने वाले लोगों को सहमति से जमीन सौंपने के कई मौके दिए गए थे। यूरोपीय राजनयिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी साइट का दौरा किया है और कहा है कि कब्जे वाले क्षेत्र में, बेदखली अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन है। पुलिस को पीछे हट जाना था।
साल्हिया परिवार ने दी थी आत्मदाह की धमकी
एएफपी की एक रिपोर्ट बताती है कि 19 जनवरी की सुबह इजरायली अधिकारी साल्हिया परिवार के घर पहुंचे और उन्हें जल्द से जल्द घर खाली करने को कहा। पुलिस ने जब घर को ध्वस्त करना चाहा तो साल्हिया परिवार के लोग गैस कनस्तरों के साथ इमारत की छत पर चढ़ गए और धमकी दी कि अगर उन्हें घर से बाहर निकाला गया तो वे खुद को आग लगा देंगे। इसके कुछ घंटों के बाद साल्हिया परिवार के घर को ध्वस्त कर दिया गया।
शेख जर्राह का विवाद क्या है?
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में सैकड़ों फिलिस्तीनियों को शेख जर्राह और पूर्वी यरुशलम से बेदखल होना पड़ा है। कुछ मामलों में यहूदी इजरायलियों ने उन जमीन पर कानूनी दावे दर्ज किए हैं जो कहते हैं कि युद्ध के दौरान अवैध रूप से 1948 में इजरायल के निर्माण के साथ लिया गया था। हालांकि फिलिस्तीनियों का कहना है कि उनके घर कानूनी रूप से जॉर्डन के अधिकारियों से खरीदे गए थे जिन्होंने 1948 और 1967 के बीच पूर्वी यरुशलम को नियंत्रित किया था।
पूर्वी जेरूसलम में यहूदियों को बसा रहा इजरायल?
1967 युद्ध के बाद इजरायल ने पूर्वी जेरूसलम पर कब्जा कर लिया था और बाद में इसे इजरायल में शामिल कर लिया। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इजरायल के इस कदम को अवैध मानती रही है। 1967 से लेकर अब तक दो लाख से अधिक यहूदी पूर्वी इलाके में बस चुके हैं जिसके कारण फिलिस्तीनियों के साथ तनाव बढ़ रहा है क्योंकि फिलस्तीन के लोग पूर्वी जेरूसलम को अपनी राजधानी के तौर पर देखते हैं।