रावलपिंडी| पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि सेना ने 'कैथार्सिस' की अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी है और उम्मीद है कि राजनीतिक दल भी इसका पालन करेंगे और अपने व्यवहार पर विचार करेंगे। बाजवा ने रक्षा दिवस कार्यक्रम में कहा, यह वास्तविकता है कि राजनीतिक दलों और नागरिक समाज सहित हर संस्थान से गलतियां हुई हैं। अपने भाषण के अंतिम भाग में, उन्होंने कहा कि वह 'राजनीतिक मामलों' पर कुछ शब्द कहना चाहते हैं।
सेना प्रमुख ने कहा कि दुनिया भर में सेनाओं की शायद ही कभी आलोचना की जाती है लेकिन हमारी सेना की अक्सर आलोचना की जाती है। डॉन ने बताया बाजवा ने कहा कि, मुझे लगता है कि इसका कारण सेना का राजनीति में शामिल होना है। इसीलिए फरवरी में सेना ने राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा- कई क्षेत्रों ने सेना की आलोचना की और अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया। सेना की आलोचना करना राजनीतिक पार्टियों और लोगों का अधिकार है, लेकिन जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया है वह ठीक नहीं है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल बाजवा ने कहा कि एक 'झूठी कहानी गढ़ी गई', जिससे 'अब भागने की कोशिश की जा रही है'।
जनरल बाजवा ने अपने भाषण की शुरूआत में कहा, आज मैं आखिरी बार सेना प्रमुख के रूप में रक्षा और शहीद दिवस को संबोधित कर रहा हूं। मैं जल्द ही सेवानिवृत्त हो रहा हूं।