इस्लामाबाद
पाकिस्तान को जल्दी अच्छी खबर मिल सकती है। खबर है कि पड़ोसी मुल्क फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर हो सकता है। FATF की 14 से 17 जून के बीच जर्मनी में बैठक होने जा ही है। खास बात है कि पाकिस्तान जून 2018 से ही ग्रे लिस्ट में है। जानकारों का मानना है कि ग्रे लिस्ट में रहने के चलते पाकिस्तान को अरबों डॉलर की जीडीपी नुकसान का सामना करना पड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट से हट सकता है। इस सप्ताह बर्लिन में होने वाली FATF की बैठक में यह घोषणा हो सकती है। FATF की एक टीम शर्तों के अनुपालन की जानकारी जुटाने के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगी। FATF की तरफ से आधिकारिक घोषणा अक्टूबर में की जाएगी।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पाकिस्तान ने 2018 के एक्शन प्लान में शामिल 27 में से पाकिस्तान ने 26 शर्तों को पूरा कर लिया है। वहीं, FATF के एशिया पेसिफिक ग्रुप (APG) 2021 एक्शन प्लान के 7 में से 6 शर्तों को पूरा किया गया है। बर्लिन में होने वाला आगामी कार्यक्रम हाइब्रिड होगा, जिसमें व्यक्तिगत तौर पर पहुंचने वालों की संख्या भी खासी होगी।
FATF के अध्यक्ष ने कहा था कि जून 2018 में तय हुए एक्शन प्लान में शामिल शर्तों को पूरा नहीं करने तक पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में ही रहेगा। हालांकि, अध्यक्ष ने यह भी कहा था कि वित्तीय आतंकवाद के मुद्दे को भी सुलझाया जाना बाकी है। इधर, पाकिस्तान में विपक्षी दल इमरान खान की पूर्व सरकार पर ग्रे लिस्ट को लेकर निशाना साध रहे हैं।