पाकिस्तानी एंबेसी ने लोगों को निकालने के लिए किया ट्वीट

अल्जीरिया। अल्जीरिया स्थित पाकिस्तान के दूतावास के सोशल मीडिया हैंडल से बुधवार को यूक्रेन को लेकर एक ट्वीट किया गया। इसमें यूक्रेन मिशन को लेकर पोस्ट किया गया। दूतावास के हैंडल से कहा गया- दूतावासों ने पाकिस्तानी नागरिकों को निकालने के लिए यूक्रेन में फंड भेजने के आदेश दिए हैं, लेकिन आज तक न तो किसी पाकिस्तानी को वहां से निकाला गया है और न ही हमारे पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा बचा है। क्या हमें भी भारत से पैसा मांगना शुरू कर देना चाहिए क्योंकि पाकिस्तानी नागरिक भारतीय झंडे का इस्तेमाल पलायन के लिए कर रहे हैं?

हालांकि, बाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने पोस्ट किया कि उनका ट्विटर हैंडल हैक कर लिया गया था, जिसे रीस्टोर कर लिया गया है। पाकिस्तानी एंबेसी ने बताया कि उसके ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक हैंडल हैक कर लिए गए हैं। इसमें दी गई खबरें और स्टोरी में कोई सच्चाई नहीं है। सभी अकाउंट्स को अल्जीरिया के समयानुसार 10 बजे रीस्टोर कर लिया गया है।

एंबेसी का अकाउंट वेरिफाइड नहीं था
पाकिस्तान की एंबेसी के जिस ट्विटर को हैक किया गया, वह वेरिफाइड हैंडल नहीं है। बिना ब्लू टिक वाले इस अकाउंट को लोगों ने बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं दी। इसके महज 172 फॉलोअर हैं। यह हैंडल 21 लोगों को फॉलो करता है। यह सारे पाकिस्तान के ही हैंडल हैं। इस हैंडल से बाद में एक प्रेस रिलीज जारी कर हैंडल हैक होने की जानकारी दी गई।

आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान
गौरतलब, है पाकिस्तान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। सरकार के पास जरूरी खर्च के लिए पैसे नहीं हैं। पिछले दिनों सामने आया था कि सरकार की तंगहाली के चलते पाकिस्तान के विदेशों में स्थित दूतावासों के कर्मचारियों की सैलरी नहीं मिल पा रही है। यह हाल अमेरिका स्थित पाकिस्तानी दूतावास में भी थी। सरकार ने स्टाफ को वेतन देने के लिए कर्ज तक लिया। कुछ समय पहले सर्बिया में पाकिस्तानी दूतावास के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट कर पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली पर निशाना साधा गया था। इसमें कहा गया था महंगाई सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। इमरान खान आप कब तक उम्मीद करते हैं कि हम सरकारी अधिकारी तीन महीने से बिना वेतन के चुपचाप आपके लिए काम करते रहें? हमारे बच्चे स्कूल छोड़ने पर मजबूर हैं क्योंकि हमारे पास पैसे नहीं हैं। क्या यही नया पाकिस्तान है? तब भी पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने सफाई दी थी कि दूतावास का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया था।

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