ताइपे
ताइवान ने चीन और रूस (China-Russia) पर वैश्विक व्यवस्था खराब करने का आरोप बड़ा लगाया है। ताइवान (Taiwan) ने शुक्रवार को कहा कि ताइवान के पास चीन का सैन्य अभ्यास (China military exercises) और यूक्रेन पर रुस के हमले (Russias Invasion) से विश्व शांति को खतरा है और दोनों देश मिलकर विश्व व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।
चीन रूस का मौन समर्थक
राजधानी ताइपे में अमेरिकी प्रतिनिधियों से बैठक के दौरान राष्ट्रपति त्साई ने कहा कि पिछले कुछ समय में बीजिंग ने रूस के साथ जिस तरह से नजदिकियां बढ़ाई है, इससे स्पष्ट है कि चीन यूक्रेन (Ukraine) पर रूसी हमले का मौन समर्थन कर रहा है। त्साई ने कहा कि ये घटनाक्रम दर्शाते हैं कि कैसे दोनों सत्तावादी देश विश्व व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करके चुनौती दे रहे हैं।
अमेरिका से ताइवान को मिला आत्म बल
वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका चीन के एक राष्ट्र पॉलिसी (One Nation Policy) के खिलाफ ताइवान का लगातार समर्थन कर रहा है। अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी और अन्य नेताओं के दौरे पर राष्ट्रपति त्साई ने कहा अमेरिका का सहयोग पाकर देश को आत्म बल मिला है। चीन से मुकाबला करने के लिए ताइवान ने दृढ़ संकल्प किया है।
ताइवान पहुंची अमेरिकी सांसद
गुरुवार देर रात को अमेरिकी सांसद मार्शा ब्लैकबर्न राजधानी ताइपे पहुंचीं हैं। शुक्रवार को ब्लैकबर्न ने राष्ट्रपति त्साई इंग वेन (Tsai Ing Wen) से मुलाकात की। ब्लैकबर्न ने दोनों देशों के सरकारों के बीच साझा मूल्यों की पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका आगे भी ताइवान का समर्थन जारी रखेगा क्योंकि वे एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहे हैं।
चीन का सैन्य अभ्यास जारी
बता दें कि नैंसी पेलोसी की यात्रा के करीब एक सप्ताह बाद पांच अमेरिकी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने ताइवान का दौरा किया और की राष्ट्रपति त्साई से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया। इधर चीन ताइवान मुद्दे पर अमेरिका के हस्तक्षेप से नाखुश है। नैन्सी पेलोसी की यात्रा के बाद से चीन लागातार द्वीपीय देश ताइवान के पास सैन्य अभ्यास कर रहा है।